दुर्गापुर : सीटू समर्थित लघु व मध्यम लौह इस्पात शिल्प यूनियन की ओर से शुक्रवार को दुर्गापुर के सिटी सेंटर इलाके में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने डेपुटी लेबर कमिश्नर को ज्ञापन सौंप कर नये वेतन समझौता की मांग की.
सीटू नेता विप्रेंदु चक्रवर्ती ने इस संदर्भ में बताया कि लघु व मध्यम लौह इस्पात कारखाना में काम करने वाले ठेका श्रमिकों का त्रिपक्षीय वेतन अनुबंध इस वर्ष 18 फरवरी को समाप्त हो गया. इसके बाद से कारखाना प्रबंधन नया वेतन समझौता करने में आना-कानी कर रहा है. महंगाई के दौर में कारखाना की ओर से दिये जाने वाले न्यूनतम वेतन श्रमिकों के परिवार के लिए नाकाफी है.
राज्य के श्रम विभाग को इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई करनी होगी. सीटू नेता विनय कृष्ण चक्रवर्ती ने बताया कि बर्दवान, बांकुड़ा और पुरुलिया के लौह इस्पात कारखाना के श्रमिकों को इन दिनों आर्थिक तंगी के दौर से गुजरना पड़ रहा है. डीएलसी को अविलंब कारखाना प्रबंधन के साथ बैठक करके त्रिपक्षीय अनुबंध करना होगा.
श्रमिकों का न्यूनतम वेतन प्रतिमाह 10,000 रुपए करना होगा. श्रमिकों का डीडीए शुरू करना होगा अन्यथा सीटू वृहद आंदोलन का रुख करेगी. सीटू समर्थकों ने जुलूस निकाल कर पूरे सिटी सेंटर की परिक्रमा की एवं डीएलसी कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया.
* जुलूस निकाल पूरे शहर की परिक्रमा की
* प्रबंधन पर नया वेतन समझौता लागू करने में आनाकानी करने का आरोप लगाया श्रमिकों ने
* न्यूनतम वेतन 10 हजार करने की मांग