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विपक्ष के बहिष्कार के बीच निगम बोर्ड की बैठक

आसनसोल : वामपंथी विपक्ष के बहिष्कार व अधिसंख्य कांग्रेसी पार्षदों की अनुपस्थिति में आसनसोल नगर निगम बोर्ड की बैठक शुक्रवार को चेयरमैन जितेंद्र तिवारी की अध्यक्षता में हुई. इसमें सरकारी प्रावधानों के अनुरुप निर्णय व क्रियान्वयन को लेकर मेयर परिषद के सदस्यों के बीच का अंतर्विरोध दिखा. * मेयर परिषद सदस्यों में मतैक्य नहींमेयर परिषद […]

आसनसोल : वामपंथी विपक्ष के बहिष्कार व अधिसंख्य कांग्रेसी पार्षदों की अनुपस्थिति में आसनसोल नगर निगम बोर्ड की बैठक शुक्रवार को चेयरमैन जितेंद्र तिवारी की अध्यक्षता में हुई. इसमें सरकारी प्रावधानों के अनुरुप निर्णय व क्रियान्वयन को लेकर मेयर परिषद के सदस्यों के बीच का अंतर्विरोध दिखा.

* मेयर परिषद सदस्यों में मतैक्य नहीं
मेयर परिषद द्वारा पारित प्रस्ताव पर चेयरमैन श्री तिवारी ने चर्चा शुरू करायी. जेएनएनयूआरएम से जुड़ी यूआईजी योजना के तहत जलापूर्त्ति परियोजनाओं पर श्री तिवारी ने आपत्ति की. उन्होंने कहा कि जलापूर्त्ति के नौ प्रोजेक्ट पेश किये गये हैं. इनमें से चार प्रोजेक्ट की राशि एक करोड़ रुपये से अधिक है.

इस स्थिति में सरकारी प्रावधान यह है कि एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि की परियोजना के लिए राज्य सरकार की अनुमति लेनी होगी. या तो मेयर परिषद इन योजनाओं को दो फेज में लाकर पारित कराये या फिर राज्य सरकार के पास भेजे. मेयर परिषद (जलापूर्त्ति) रवि उल इस्लाम का कहना था कि सभी प्रोजेक्ट 130 करोड़ रूपये की योजना से जुड़ी हैं.

जुलाई तक इनका कार्य पूरा करना है. लेकिन पहले से ही काफी विलंब चल रहा है. चेयरमैन श्री तिवारी का कहना था कि नियमों को ताक पर रख कर कार्य नहीं कराया जा सकता है. उपमेयर अमरनाथ चटर्जी का कहना था कि इस राशि में से अधिक राशि अड्डा को दी जा चुकी है जो पाइप लाइन खरीदारी के लिए टेंडर जारी करेगा.

चेयरमैन का कहना था कि बिना मंजूरी के यह राशि अड्डा को क्यों दी गयी? श्री इस्लाम का कहना था कि राशि केंद्रीय सरकार की है. नाराज चेयरमैन का कहना था कि यदि योजना केंद्र की है तो उसे सीधे लागू की जाये, बोर्ड के मत्थे उसे लादना नहीं चाहिए.

श्री इस्लाम अपने स्तर से इन्हें लागू करें. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मेयर परिषद में निर्णय लेते समय कोई चर्चा नहीं होती. यही कारण है कि सदस्यों के परस्पर विरोधी बयान सामने आ रहे हैं. मेयर तापस बनर्जी ने हस्तक्षेप करते हुये कहा कि इन योजनआओं को राज्य सरकार के पास नहीं भेज कर फेजवाइज पारित कराया जायेगा.

* बाजार की उपेक्षा का मुद्दा गरमाया
शोक प्रस्ताव पारित होते ही कांग्रेसी पार्षद शिव प्रसाद बर्मन तथा टीएमसी पार्षद उमा सर्राफ ने बाजार क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मेयर के बार-बार के आश्वासन के बाद भी क्षेत्र में विकास कार्य बाधित है. मतदाताओं का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. उनके सामने कोई विकल्प नहीं दिखता है.

श्री बर्मन ने कहा कि इस मुद्दे पर इसी बैठक में निर्णय किया जाना चाहिए अन्यथा वे बोर्ड की अगली बैठक से इसका बहिष्कार करेंगे. मेयर श्री चटर्जी ने कहा कि बड़ा नाला बना कर बस्तीन बाजार में होनेवाले जल जमान का स्थायी समाधान कर दिया गया है. अन्य समस्याओं के समाधान की दिशा में पहल की जा रही है. वार्ड 13 में आम विकास कार्यो के लिए 15 लाख रुपये आवंटित किये गये थे,लेकिन उसमें से भी पांच लाख रुपये पड़े हुये हैं, उनका उपयोग नहीं हो पा रहा है.

उन्होंने कहा कि किसी भी वार्ड की उपेक्षा नहीं की जा रही है. दुर्गापूजा तक विभिन्न परियोजनआओं को पूरा कर लिया जायेगा. चेयरमैन श्री तिवारी ने पार्षदों को सलाह दी कि वे तकनीकी मामले में अधिकारियों की मदद लेकर कार्य करने की पहल करें.

* मेयर का निंदा प्रस्ताव गिरा
मेयर श्री बनर्जी ने बोर्ड की पिछली बैठक में विपक्षी पार्षदों की हरतक की निंदा करते हुये निंदा प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने बैठक को बाधित करते हुये उपस्थिति रजिस्टर में अपनी उपस्थिति के साथ-साथ अन्य सदस्यों की उपस्थिति भी काट दी. यह निगम के इतिहास की पहली निंदनीय घटना है.

किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है. पार्षद यहां किसी पार्टी का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं, बल्कि संवैधानिक ढ़ांचे के अंग होते है. इस हरकत के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए.

चेयरमैन श्री तिवारी ने संवैधानिक प्रावधानों का उल्लेख करते हुये कहा कि इस मामले में था ने में प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है तथा पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. इस स्थिति में सदन से कोई प्रस्ताव पारित नहीं हो सकता है. इस पर सिर्फ चर्चा हो सकती है. मेयर श्री बनर्जी ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया.

* गैरहाजिर पार्षदों पर निर्णय
बोर्ड के 48 पार्षदों में से मात्र 17 पार्षदों के उपस्थित रहने से चेयरमैन काफी खिन्न दिखे. उन्होंने कहा कि पिछले कई बैठकों से देखा जा रहा है कि पार्षद बिना किसी सूचना या वाजिब कारण के बोर्ड की बैठक में उपस्थित नहीं होते हैं.

इस कारण उनके क्षेत्र के विकास कार्यो पर चर्चा नहीं हो पाती है. उनका मुख्य दायित्व बोर्ड में समस्याओं को उठाना है. लेकिन उनकी मनमानी से किसी क्षेत्र का विकास नहीं रोका जा सकता है. उन्होंने प्रस्ताव रखा कि जिन वार्डो के पार्षद लगातार अनुपस्थित रह रहे हैं, उनके क्षेत्र में मेयर परिषद ग्रामसभा की बैठक करें. क्षेत्र की समस्याओं को एमआईसी ही बोर्ड में पेश करें. इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी.

* टैंकरों से हुई जलापूर्ति अवैध
मेयर परिषद ने प्रस्ताव रखा कि विभिन्न क्षेत्रों में ट्रकों से जलापूर्त्ति की व्यवस्था जुलाई, 13 तक विस्तारित की जाये. सप्लायरों के लिए पूर्ववर्त्ती शत्त्रे व नियम लागू करते हुये नये सिरे से टेंडर जारी किया जाये.

चेयरमैन श्री तिवारी ने स्पष्टीकरण मांगा कि इसमें जिक्र नहीं है कि पुराने टेंडर की अवधि कब समाप्त हो गयी? मेयर परिषद सदस्य (जलापूत्तिर्) श्री इस्लाम ने कहा कि 31 मार्च, 13 को अवधि समाप्त हो गयी. चेयरमैन ने पूछा कि 26 दिनों से किस आधार पर जलापूर्त्ति की जा रही है और अवधि समाप्त होने से पहले इसका प्रस्ताव क्यों नहीं लाया गया? उन्होंने कहा कि इन दिनों की जलापूर्त्ति अवैध है. भविष्य में ऐ सी गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. इसके बाद इसे मंजूरी दी गयी.

* बंगाल सृष्टि के संबंध में स्पष्टीकरण
मेयर परिषद ने बंगाल सृष्टि इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट लिमिटेड (कोलकाता) के बिल्डिंग प्लान के मंजूरी के प्रस्ताव को रखा. साथ ही अभियंत्रण विभाग द्वारा किये गये आकलन के आधार पर डिमांड नोट मांगने की मंजूरी मांगी. मेयर परिषद की बैठक में सदस्य श्री इस्लाम ने इस पर आपत्ति दर्ज की थी. चेयरमैन ने जानना चाहा कि अन्य प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तृत विवरण रखा गया है, लेकिन बंगाल सृष्टि के संबंध में विवरण नहीं है. इसे स्पष्ट किया जाना चाहिए. मेयर परिषद सदस्य ने कहा कि अगली बैठक में इसे पेश किया जायेगा.

* शर्मिष्ठा बिल्डर्स को अनुमति नहीं
मेयर परिषद ने शर्मिष्ठा बिल्डर्स ऐंड कंस्ट्रक्शन (प्रा.) लिमिटेड के बिल्डिंग प्लान को मंजूर न करने की जानकारी बैठक में रखी. चेयरमैन ने जानना चाहा कि किस आधार पर इस प्लान को खारिज कर दिया गया. मेयर परिषद सदस्य अभिजीत घटक ने कहा कि इसमें तालाब रहने के कारण इसे मंजूरी नहीं दी गयी. चेयरमैन ने निर्देश दिया कि अगली बैठक से खारिज किये जाने का कारण भी उल्लेखित किया जाये.

* अपकार गार्डेन में हाई राइज बिल्डिंग नहीं
मेयर श्री बनर्जी ने कहा कि नागरिकों की जोरदार मांग पर मेयर परिषद ने अपकार गार्डेन, सुभाष पल्ली और एसबी गोराई रोड से तीन सौ मीटर के दायरे में हाई राइज आवासीय या वाणिज्यिक भवन निर्माण को मंजूरी अगले आदेश तक न देने का निर्णय लिया है. बोर्ड में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी.

* टेंडर कमेटी चेयरमैन का इस्तीफा मंजूर
मेयर श्री बनर्जी ने टेंडर कमेटी के चेयरमान शिवदास चटर्जी का इस्तीफा सदन में रखा जिसे चेयरमैन की मध्यस्थता के बाद स्वीकार कर लिया गया. मेयर श्री बनर्जी ने कहा कि श्री चटर्जी ने व्यक्तिगत कारणों से चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया है. उन्होंने इस संबंध में उनसे बात की, लेकिन वे अपने इस्तीफा पर अड़े रहे. इस कारण से वे उनका इस्तीफा सदन में पेश कर रहे हैं.

* बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में मेयर श्री बनर्जी, उपमेयर श्री चटर्जी, एमएमआईसी लक्ष्मण ठाकुर, एमएमआईसी श्री घटक, एमएमआईसी अनिमेष दास, एमएमआईसी सोनिया किस्कू, पार्षद दीपाली चक्रवर्ती, पार्षद उमा सर्राफ, पार्षद बृंदा चटर्जी, पार्षद सुमिता सोरेन, बोरो चेयरमैन प्रवाल बोस, बोरो चेयरमैन भरत दास, पार्षद श्री बर्मन, पार्षद दयामय राय तथा पार्षद पूर्णिमा दां उपस्थित थी.

* एमएमआइसी गुलाम सरवर अनुपस्थित
एमएमआईसी (शिक्षा) गुलाम सरवर सहित कांग्रेस के आठ पार्षद बैठक में अनुपस्थित रहे. इनमें से अधिसंख्य बैठक शुरू होने से कुछ समय पहले तक निगम कार्यालय में मौजूद थे. लेकिन बैठक शुरू होने से पहले वे वापस चले गये. पार्टी स्तर पर इसका कोई कारण नहीं बताया गया है. लेकिन इसे पार्टी के अंदरूनी विवाद का परिणाम बताया जा रहा है. कांग्रेस के कई पार्षद मेयर से नाराज है तथा अपनी उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं.

* सरकारी प्रावधानों को लेकर काफी देर तक रस्साकसी
* एक करोड़ से अधिक राशि की योजना नहीं होगी मंजूर
* नियमों के लिए तीन सलाहकार अधिकारी थे उपस्थित

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