जापान में भूकंप से भीषण तबाही, 29 की मौत, सैकड़ों घायल

माशिकी (जापान) : दक्षिण पश्चिमी जापान में 24 घंटे के अंतराल में आये दो शक्तिशाली भूकंपों में 29 लोग मारे गये हैं.जबकि सैकड़ों लोग ध्वस्त हो चुके घरों के मलबे में दबे हैं. भूकंप के कारण हजारों लोगों को जिम और होटल लॉबियों में जाकर शरण लेनी पड़ी है. राहत और बचाव कार्य लगातार जारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2016 10:53 PM

माशिकी (जापान) : दक्षिण पश्चिमी जापान में 24 घंटे के अंतराल में आये दो शक्तिशाली भूकंपों में 29 लोग मारे गये हैं.जबकि सैकड़ों लोग ध्वस्त हो चुके घरों के मलबे में दबे हैं. भूकंप के कारण हजारों लोगों को जिम और होटल लॉबियों में जाकर शरण लेनी पड़ी है. राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है जिसके चलते अभी मरने वालों की संख्या का सही सही पता नहीं चल पाया है.

कुमामाटो प्रांत के अधिकारी तोमोयुकी तनाका ने बताया कि समय के साथ मृतकों की संख्या बढ़ रही है. बीती रात एक बजकर 25 मिनट पर आये 7.3 तीव्रता के भूकंप में 19 लोग मारे गये हैं. इस भूकंप ने दक्षिण पश्चिमी क्यूशु द्वीप को हिलाकर रख दिया. गुरुवार की रात क्यूशु में 6 5 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें दस लोग मारे गये थे और 800 अन्य घायल हुये थे.

तनाका ने बताया कि घायलों की संख्या लगातार बदल रही है और उनके पास कोई सटीक आंकड़ा नहीं है. इन भूकंपों के बाद अन्य भूकंपीय झटकों का आना जारी है. आज सुबह 5 4 तीव्रता का झटका भी महसूस किया गया. जापान मौसम एजेंसी ने कहा कि आज तड़के आया भूकंप मुख्य भूकंप हो सकता है जबकि इससे पूर्व आया भूकंप, भूकंप के आने से पहले का झटका हो सकता है. दोनों भूकंपों का केंद्र करीब दस किलोमीटर की गहराई में स्थित था जिससे इसके सतह के अधिक करीब होने के कारण इमारतों को अधिक नुकसान हुआ.

जापानी मीडिया में आयी खबरों में बताया गया है कि करीब दो लाख घरों में बिजली नहीं है. इलाके में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था भी ठप हो गयी है. जापानी टीवी न्यूज फुटेज में दिखाया गया है कि बचाव केंद्रों में एक एक कंबल में कई लोग एक साथ सिमटे बैठे हैं, चारों ओर खामोशी है. मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कुमामाटो पुलिस थाने और ओइता के पास के करीब 100 थानों में 300 से अधिक फोन आये जिनमें लोगों ने मदद की गुहार लगायी और मलबे के नीचे दबे लोगों को निकाले जाने का आग्रह किया.

उन्होंने बताया कि 16 हजार सैनिक राहत कार्यों में लगे हैं. प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि 7.3 तीव्रता के भूकंप से हुआ नुकसान बहुत अधिक हो सकता है. परमाणु नियामक प्राधिकरण ने क्यूशु के सेनदाई परमाणु संयंत्र में किसी प्रकार की गड़बड़ी से इनकार किया है. सरकारी प्रसारक एनएचके टीवी ने दिखाया कि ऐतिहासिक कुमामाटो महल से पत्थर के टुकड़े नीचे गिरे और परिसर में एक लकड़ी का ढांचा ध्वस्त हो गया. आर्क होटल में ठहरे अतिथि चेतावनी सायरन और झटकों के चलते नींद से जाग उठे.

टीवी चैनलों में कल से बार बार एक तस्वीर दिखायी गयी जिसमें बचावकर्मियों ने रातभर चले बचाव अभियान के बाद मलबे से एक शिशु को निकाला जो कंबल में लिपटा हुआ था और उसे कोई चोट नहीं आयी. युईिचरो योशिकाडो ने बताया कि गुरुवार को जिस समय भूकंप आया उस समय वह माशिकी में अपने घर में स्नान कर रहा था.

नाटकीय अंदाज में जिंदा बची आठ महीने की बच्ची बचाव दल के सदस्यों ने दक्षिणपश्चिम

जापान में जबर्दस्त भूकंप के छह घंटे से अधिक समय बाद आज सुबह एक ध्वस्त इमारत से नाटकीय अंदाज में एक बच्ची को जिंदा बाहर निकाला। इस भूकंप में नौ लोगों की मौत हुई है. ‘राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी’ द्वारा उपलब्ध कराए गए वीडियो फुटेज में दिखाया गया कि राहतकर्मियों ने ध्वस्त घर के मलबे से गुलाबी रंग का पजामा पहनी बच्ची को बाहर निकाला. यह घटना कुमामोतो प्रांत के माशिकी कस्बे की है जहां कल रात 6 . 5 तीव्रता का भूकंप आया था.

बच्ची का नाम नहीं बताया गया है. बताया जा रहा है कि उसे कोई चोट नहीं लगी है. भूकंप का झटका आने के वक्त बच्ची की मां, दादा, दादी और बडा भाई एक कमरे तथा रसोई में थे जबकि यह बच्ची पहली मंजिल पर एक अन्य कमरे में सो रही थी. बच्ची के परिवार के सदस्यों की भी जान बच गई। उन्होंने भी बच्ची को बचाने का प्रयास किया था लेकिन घर ढह गया.

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