इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ‘हार्ट ऑफ एशिया’ क्षेत्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिएमंगलवारको भारत की यात्रा पर जाएंगे. जहां वह अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात करेंगे. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ताएं पठानकोट आतंकवादी हमले के बाद पटरी से उतर गयी थीं.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने यहां एक बयान में बताया कि ‘हार्ट ऑफ एशिया-इस्तांबुल प्रोसेस’ के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक का आयोजन 26 अप्रैल को नयी दिल्ली में होगा. विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी इस बैठक में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. नयी दिल्ली में सरकारी सूत्रों ने कहा कि चौधरी अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे.
विदेश कार्यालय ने बताया कि पाकिस्तान आगामी हार्ट ऑफ एशिया बैठक में सक्रिय भागीदारी निभाने का इच्छुक है जो अफगानिस्तान में दीर्घकालिक शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रयासों में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उसने कहा कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल बैठक में भाग लेने वाले अन्य प्रमुख प्रतिनिधिमंडलों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेगा.
विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान ‘हार्ट ऑफ एशिया-इस्तांबुल प्रोसेस’ में सक्रिय भूमिका निभाता रहा है जिसकी स्थापना अफगानिस्तान में स्थायी शांति एवं स्थिरता को प्रोत्साहित करने के मद्देनजर अफगानिस्तान, उसके पड़ोसियों और क्षेत्र के देशों के बीच सुरक्षा एवं आर्थिक सहयोग बढ़ाने समेत क्षेत्रीय मामलों पर चर्चा के एक मंच के रूप में 2011 में की गयी थी.
पाकिस्तान ने नौ दिसंबर 2015 को इस्लामाबाद में पांचवें हार्ट ऑफ एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की थी. उस सम्मेलन में ‘सुरक्षा खतरों से निपटने एवं क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने के लिए सहयोग बढ़ाने पर जोर’ शीर्षक से इस्लामाबाद घोषणा पत्र को पारित किया गया था.
विदेश सचिव स्तर पर समग्र द्विपक्षीय वार्ता फिर से शुरू करने के प्रयासों को जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादी हमले के बाद झटका लगा था. भारत ने कहा कि यह हमला पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह के आतंकवादियों ने किया था.