आतंक के कलंक के साथ जीने को मजबूर मोलेनबीक के निवासी

मोलेनबीक (बेल्जियम) : बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स का मुस्लिम बहुल इलाका मोलेनबीक हाल ही में आईएसआईएस के कुछ आतंकवादियों की भर्ती वाले स्थान के तौर पर सुर्खियों में आया, लेकिन स्थानीय लोग महसूस करते हैं कि कुछ लोगों की करतूतों की वजह से उनके इलाके को बेवजह से आतंक के चश्मे से देखा जा रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2016 3:19 PM

मोलेनबीक (बेल्जियम) : बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स का मुस्लिम बहुल इलाका मोलेनबीक हाल ही में आईएसआईएस के कुछ आतंकवादियों की भर्ती वाले स्थान के तौर पर सुर्खियों में आया, लेकिन स्थानीय लोग महसूस करते हैं कि कुछ लोगों की करतूतों की वजह से उनके इलाके को बेवजह से आतंक के चश्मे से देखा जा रहा है. मोलेनबीक करीब एक लाख की आबादी वाला इलाका है जिनमें मोरक्को और तुर्की मूल के नागरिक बडी संख्या में शामिल हैं. इनमें अधिकांश मध्यवर्ग के लोग है. यह इलाका पेरिस और ब्रसेल्स आतंकी हमलों के बाद सुर्खियों में आया क्योंकि इन हमलों को अंजाम देने वाले आईएस कुछ आतंकवादियों का ताल्लुक इसी इलाके से था.

पेरिस हमले का सूत्रधार माना जा रहा सालेह अब्दुस्सलाम इसी इलाके में छिपा था और उसे बीते 18 मार्च को गिरफ्तार किया गया. पेरिस हमले का संदिग्ध मुख्य षणयंत्रकारी अब्दुल हामिद अबाउद भी मोलेनबीक में रहता था. फ्रांस की राजधानी और बेल्जियम की राजधानी में हमलों को अंजाम देने वाले 14 आतंकवादियों में से आठ ब्रसेल्स में रहते थे. इनमें से एक मोहम्मद आबरीनी मोरक्को मूल का है और वह मोलेनबीक में ही पला-बढा था. उसे इसी महीने ब्रसेल्स में गिरफ्तार किया गया. मोलेनबीक के निवासी अब आतंकवाद के कलंक के साथ जीने को मजबूर हैं.

ज्यादातर निवासियों का कहना है कि लोगों को इस इलाके को एक ही नजर से नहीं देखना चाहिए. मोलेनबीक की निवासी नोरा लारिसी का कहना है, ‘मैं यहां की निवासी हूं और आतंकी हमलों के बाद भी हमें इस इलाके में रहने में हमें कोई दिक्कत नहीं है. हम प्रवासी मूल के लोग हैं और ऐसे में यह स्वाभाविक है कि लोग हमें संदेह की नजर से देखेंगे. परंतु एक या दो लोगों ने हमें बदनाम किया है.’ यह पूछे जाने पर कि पूरे इलाके को बदनाम करना क्या अनुचित नहीं है तो नोरा ने हां में जवाब दिया. नोरा का यह भी कहना है कि प्रशासन के लोग यहां के निवासियों को परेशान नहीं कर रहे और अधिकारी ‘हमसे अनुचित सवाल भी नहीं पूछते.’

वैसे मोलेनबीक में रहने वाले बहुत सारे लोगों के चेहरों पर खौफ देखा जा सकता है क्योंकि वे पत्रकारों से बातचीत करने से इंकार करते हैं. इलाके में रहने वाले सलमान उन लोगों में से हैं जो अपनी बात खुलकर रखते हैं. उनका कहना है, ‘कुछ को आतंकवाद से जुडा हुआ पाया गया है. इसका यह मतलब नहीं है कि मोलेनबीक के सभी निवासी गलत हैं. यह समुदाय बहुत अच्छा है. यहां कभी कोई खतरा नहीं रहा.’ बीते 22 मार्च को ब्रसेल्स में आतंकी हमले हुए थे जिनमें 32 लोग मारे गये थे.

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