भरा हुआ है किम जोंग का ‘दुर्लभ दरबार’
उत्तर कोरिया दशकों बाद पहली पार्टी कांग्रेस करने जा रहा है. इसमें पार्टी के सुप्रीम नेता किम जोंग-उन अपनी भविष्य की योजनाओं का खाका पेश करेंगे. शुक्रवार को समर्थन जताने के लिए एक आयोजित होने वाले एक समूह नृत्य में शामिल होने के हज़ारों पार्टी प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं. विशेषज्ञ इस आयोजन को एक अनाधिकारिक […]
उत्तर कोरिया दशकों बाद पहली पार्टी कांग्रेस करने जा रहा है. इसमें पार्टी के सुप्रीम नेता किम जोंग-उन अपनी भविष्य की योजनाओं का खाका पेश करेंगे.
शुक्रवार को समर्थन जताने के लिए एक आयोजित होने वाले एक समूह नृत्य में शामिल होने के हज़ारों पार्टी प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं. विशेषज्ञ इस आयोजन को एक अनाधिकारिक राज्याभिषेक की तरह देख रहे हैं.
इस कांग्रेस में नई पीढ़ी के नेताओं को पद भी बांटे जा सकते हैं.
उत्तर कोरिया के पांचवां परमाणु परीक्षण करने की आशंकाओं के बीच एक मिसाइल लॉंन्च कार्यक्रम के दौरान इसकी तैयारियां देखी गई थीं.
जनवरी में चौथे परमाणु परीक्षण और उसके बाद मिसालइ परीक्षणों के बाद उत्तर कोरिया पर और सख्त प्रतिबंध लगा दिए गए थे.
विशेषज्ञों का कहना है कि 1980 के बाद हो रही सातवीं पार्टी कांग्रेस में किम जोंग उन अपनी तथाकथित ‘ब्योंगजिन’ नीति की घोषणा कर सकती हैं जिसमें आर्थिक विकास और परमाणु क्षमता को बढ़ाने पर ज़ोर दिया जाएगा.
उत्तर कोरियाई सरकार ने विदेशी पत्रकारों को इस कांग्रेस को कवर करने की इजाज़त दी है. हालांकि उनकी आवाजाही सीमित होगी और उन्हें आम उत्तर कोरियाई लोगों से संपर्क करने की इजाज़त नहीं होगी.
किम जोंग-उन के पिता किम जोंग-इल के शासनकाल में एक भी पार्टी कांग्रेस आयोजित नहीं की गई थी. 2011 में उनकी मौत के बाद जब किम जोंग-उन को सत्ता मिली तब वह तीस साल के भी नहीं हुए थे.
इस बैठक में एक नई केंद्रीय समिति का गठन भी किया जाएगा जो एक पोलितब्यूरो और अन्य मुख्य राजनीतिक पदों पर नियुक्तियां करेगी. शीर्ष नेता के बहुत से वफ़ादारों को महत्वपूर्ण पदों से नवाज़ा जा सका है.
वह जिसे भी चुनेंगे उस पर पैनी नज़र रखी जाएगी. 2013 में किम जोंग-उन ने अपने फूफा को ‘विश्वासघात करने’ पर मरवा दिया था. इसके अलावा सरकार में बड़े पदों पर तैनात लोगों की दुर्गति किए जाने की कई ख़बरें आती रही हैं.
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग, जिनके साथ उन्होंने स्विट्ज़रलैंड में पढ़ाई की है, को तरक्की दिए जाने के संकेत हैं.
कुछ पर्यवेक्षक इस कांग्रेस में की जाने वाली घोषणाओं पर पैनी नज़र रखेंगे कि क्या ये उत्तर कोरिया की नियोजित अर्थव्यवस्था के वायदे को पूरा करने की दिशा में बढ़ रही हैं.
इस कांग्रेस को किम जोंग-उन के लिए ऐसे सार्वजनिक मंच के रूप में देखा जा रहा है जहां से वह भविष्य के लिए अपने नेतृत्व का ख़ाका पेश करेंगे.
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