वाशिंगटन : रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर मुस्लिमों पर बयान देकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. इस बार डॉनल्ड ट्रंप अमरीका में मुसलमानों के प्रवेश पर अपने रुख में नरमी लाते नज़र आये. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के आने पर बैन तो केवल एक सुझाव था. व्हाइट हाउस में पहुंचने के बाद वह अपनी आव्रजन नीतियों और अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक के अपने विवादित प्रस्ताव पर अध्ययन के लिए एक आतंकवाद विरोधी आयोग का गठन कर सकते हैं.
ट्रंप ने ‘फॉक्स न्यूज’ से कहा, ‘‘मैं इस समस्या पर गंभीरता से गौर करने के लिए आयोग के गठन के बारे में सोच रहा हूं जिसकी अध्यक्षता रुडी गुलियानी कर सकते हैं. परंतु यक एक वैश्विक समस्या है. हमें होशियार होना पडेगा.” गुलियानी 1994 से 2001 तक न्यूयॉर्क के मेयर थे. उन्होंने मुसलमानों के प्रवेश पर रोक के ट्रंप के विचार को असंवैधानिक करार दिया है.
रियल स्टेट कारोबारी ट्रंप ने कहा कि यह आयोग मुसलमानों पर रोक लगाने के उनके आह्वान, अमेरिका में गैरकानूनी ढंग से रहने वाले व्यक्ति को बाहर भेजने के उनके प्रस्ताव तथा सीरियाई शरणार्थियों को अनुमति देने के सवाल की पडताल करेगा. ट्रंप ने इसका ब्यौरा नहीं दिया कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो यह सब वाकई होगा. उन्होंने इस साक्षात्कार में कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाएंगे, जो अस्थायी होगी.