वाशिंगटन : अमेरिका को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले महीने यहां आने से पहले वह भारत के साथ महत्वपूर्ण सैन्य लाजिस्टिक्स करार को पूरा करने में सफल रहेगा. अमेरिका की दक्षिण तथा मध्य एशिया पर सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने कहा कि इसके अलावा अमेरिका भारत के साथ रक्षा क्षेत्र में अन्य बुनियादी करारों पर भी आगे बढ रहा है. बिस्वाल ने सीनेट की सैन्य सेवा समिति के सदस्यों को बताया, ‘‘हमें उम्मीद है कि लाजिस्टिक्स करार सहित कुछ बुनियादी समझौतों पर प्रगति हो रही है. लाजिस्टिक्स करार को प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा से पहले पूरा कर लिया जाएगा. हम यह देख रहे हैं कि क्या कुछ और चीजों पर सहमति बनाई जा सकती है.’
बिस्वाल ने पूछा गया था कि क्या मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका के बीच किसी तरह का सुरक्षा करार किए जाने की संभावना है. बिस्वाल ने कहा कि रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर की हालिया भारत यात्रा के बाद दोनों देश लाजिस्टिक्स पर सहमति ज्ञापन (एमओयू) को पूरा करने पर आगे बढ रहे हैं. इससे दोनों देशों की सेनाओं को पुन: आपूर्ति तथा मरम्मत के लिए एक-दूसरे के बेस का इस्तेमाल करने की अनुमति होगी.
बिस्वाल ने कल कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि करार को सफलतापूर्वक पूरा किए जाने से अन्य बुनियादी समझौतों पर भी चीजें आगे बढ सकेंगी और हमारी सेनाओं के बीच पारस्परिकता बढेगी. इससे हम हिंद महासागर में संयुक्त अभ्यास कर सकेंगे.’ मोदी राष्ट्रपति बराक ओबामा के आमंत्रण पर 7 जून को व्हाइट हाउस में बैठक के लिए आ रहे हैं. उन्हें सदन के स्पीकर पॉल रेयान ने कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए भी आमंत्रित किया है.