माइ होम मेकर ने दिलाया समस्याओं से छुटकारा
लोगों को अकसर घर के पाइप में लीकेज होने, सिंक की टैप खराब हो जाने या दरवाजे का कुंडा उखड़ जाने के चलते अपने ऑफिस या कीमती समय का नुकसान कर प्लंबर या कारपेंटर की तलाश करनी पड़ती है. घर की देखभाल से जुड़ी ऐसी ही कई समस्याओं को दूर करने के आइडिया ने मुंबई […]
लोगों को अकसर घर के पाइप में लीकेज होने, सिंक की टैप खराब हो जाने या दरवाजे का कुंडा उखड़ जाने के चलते अपने ऑफिस या कीमती समय का नुकसान कर प्लंबर या कारपेंटर की तलाश करनी पड़ती है. घर की देखभाल से जुड़ी ऐसी ही कई समस्याओं को दूर करने के आइडिया ने मुंबई के रॉडनी लोबो को एक सफल व्यवसायी की पहचान दिला दी.
हर घर में रिपेयरिंग से जुड़ी कोई-न-कोई समस्या पैदा होती ही रहती है. कभी घर में नल की टोटी लीक करने लगती है, तो कभी घर का कोई दरवाजा जाम हो जाता है. खासतौर से नौकरीपेशा लोगों को इन छोटी-छोटी समस्याओं को ठीक कराने के लिए वक्त ही नहीं मिलता और उन्हें महीनों तक घर की टूटी या खराब हो चुकी चीजों के साथ मशक्कत करते हुए दिन बिताने पड़ते हैं. इन छोटी-छोटी समस्याओं को दूर करने के विचार ने ही 39 वर्षीय रॉडनी लोबो को एक सफल व्यवसाय का रास्ता दिखा दिया.
नहीं चला पहला व्यवसाय
वर्ष 1995 में मेट्रोपॉलिटन टेक्निकल इंस्टीट्यूट, पुणो से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म करने के बाद लोबो ने दो साल कॉरपोरेट सेक्टर में नौकरी की. इसके बाद 1997 में उन्होंने एक नॉन-गवर्नमेंट संस्थान में छह साल काम किया. मगर खुद का व्यवसाय करने के इरादे से उन्होंने नौकरी छोड़ दी और 2003 में टेलीकॉम प्रोडक्ट्स का व्यवसाय शुरू किया. तीन साल के अंतराल में उनके इस व्यवसाय ने रफ्तार पकड़ ली. एक ओर जहां उनका व्यवसाय दिन-ब-दिन बढ़ रहा था, वहीं दूसरी ओर लोबो को मैनपावर की समस्या का सामना करना पड़ रहा था. उनके पास ग्राहक ज्यादा और मैनपावर कम थी, जिसके चलते टेकिशियन के खराब काम करने और सही समय पर प्रोडक्ट की डिलीवरी न मिलने को लेकर लोबो के पास बड़ी संख्या में ग्राहकों की शिकायतें आने लगीं. इन शिकायतों से परेशान होकर लोबो ने टेलीकॉम प्रोडक्ट्स के व्यवसाय को बंद कर दूसरा विकल्प तलाशने का फैसला करना पड़ा.
हर घर में है कोई न कोई समस्या
इसी दौरान रॉडनी लोबो ने महसूस किया कि लोगों को रोजमर्रा के जीवन से जुड़ी समस्याओं को लेकर आये दिन कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कभी नल की टोटी खराब हो जाने के चलते उन्हें ऑफिस का काम छोड़ कर प्लंबर की तलाश करनी पड़ती है, तो कभी दरवाजा जाम हो जाने पर उसे खोलने और बंद करने में काफी समय जाया करना पड़ता है. इसी के चलते लोबो ने एक ऐसे व्यवसाय की शुरुआत करने का मन बनाया जिससे लोगों को इन समस्याओं से छुटकारा पाने का आसान रास्ता मिल सके. इसी के साथ उन्होंने ‘माई होम मेकर’ की शुरुआत की. इस सुविधा ने लोगों के लिए बोरिंग कराने, फ्यूज बल्ब या खराब बिजली के तार को बदलवाने जैसे छोटे-छोटे लेकिन कई दिनों से अटके पड़े कामों को वाजिब दाम में पूरा कराना बेहद आसान बना दिया.
व्यवस्थित तरीके से हुई शुरुआत
अपने इस नये व्यवसाय की शुरुआत लोबो ने दो लाख रुपये की लागत के साथ की. चूकि अव्यवस्था के चलते लोबो पहले भी एक व्यवसाय में असफल हो चुके थे, इसलिए इस बार उन्होंने पूरी व्यवस्था के साथ अपने कारोबार को आगे बढ़ाने का फैसला किया. इनके लिए उन्होंने एक कॉल सेंटर की शुरुआत की, जिसका काम ग्राहकों की शिकायतों को दर्ज कर शिकायतों की एक सूची तैयार करना था. अपने व्यवसाय के माध्यम से ग्राहकों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने 21 लोगों की टीम तैयार की. इतना ही नहीं उन्होंने अपनी टीम को बिजली के काम, ब्लंबिंग और कारपेंटरी सिखाने के लिए भी खास ट्रेनिंग दिलायी.
क्विक सर्विस देने पर है जोर
पिछले दो सालों में लोबो की कंपनी 3200 से भी ज्यादा ग्राहकों तक अपनी सुविधा पहुंचा चुकी है. अब लोबो 30 मिनट के अंदर ‘एक्सप्रेस सर्विस’ देने का वादा करनेवाली सुविधा की शुरुआत करना चाहते हैं.
तीन तरह के पैकेज
माइ होम मेकर की सुविधा के तहत लोबो अपने ग्राहकों को तीन तरह के पैकेज देते हैं. पहला पैकेज है ‘क्लासिक प्लान’ जिसकी कीमत 3999 रुपये है. एक साल के इस प्लान में लोगों को 18 कॉल्स की सुविधा दी जाती है. इस कॉल के लिए ग्राहकों से किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता और वे जो शिकायत बताते हैं, उन्हें दूर करने के लिए कर्मचारी को ग्राहक के घर भेज दिया जाता है. ग्राहकों को घर गये कर्मचारी को 49 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से देने होते हैं. दूसरा प्लान है ‘क्लासिक लाइट’ जिसकी कीमत 1999 रुपये है. यह भी वार्षिक प्लान है जिसमें ग्राहक को चार मुफ्त कॉल की सुविधा दी जाती है. वहीं तीसरे और मासिक प्लान के लिए ग्राहकों को 749 रुपये में छह मुफ्त कॉल की सुविधा दी जाती है.