कतर में भारतीयों से बोले PM MODI- हमने बचाए 36 हजार करोड़, कइयों की मिठाई बंद की
दोहा: भारत में भ्रष्टाचार को जड़ से उखाडने का संकल्प लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने ‘कई लोगों को मिठाई’ से वंचित करके समस्याओं का सामना किया है और सरकारी योजनाओं में लीकेज तथा चोरी रोककर सालाना 36000 करोड रुपये बचाये हैं.कतर की अपनी दो दिनी यात्रा के अंत में भारतवंशी समुदाय […]
दोहा: भारत में भ्रष्टाचार को जड़ से उखाडने का संकल्प लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने ‘कई लोगों को मिठाई’ से वंचित करके समस्याओं का सामना किया है और सरकारी योजनाओं में लीकेज तथा चोरी रोककर सालाना 36000 करोड रुपये बचाये हैं.कतर की अपनी दो दिनी यात्रा के अंत में भारतवंशी समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने केवल सतह (भ्रष्टाचार पर) साफ की है और गहराई से सफाई अभी बाकी है.’ उन्होंने भ्रष्टाचार पर सरकार की कार्रवाई की आलोचना की तुलना किसी बच्चे को मिठाई नहीं देने पर मां से उसके नाराज होने से करते हुए कहा, ‘‘हमने कई लोगों की मिठाई रोक दी और ऐसा करने में मुझे दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा.
लेकिन मुझे इन समस्याओं का सामना करने की ताकत 125 करोड भारतीयों से मिलने वाले स्नेह से मिलती है.’ भारतीय मूल के लोगों की लगातार तालियों की गड़गडाहट के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि वित्तीय पारदर्शिता, अनुशासन और कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के प्रयासों के अच्छे परिणाम मिलने शुरू हो गये हैं.उन्होंने कहा, ‘‘क्या आप कल्पना कर सकते हैं? हमने विभिन्न सरकारी योजनाओं में लीकेज और चोरी रोककर 36000 करोड रुपये प्रति वर्ष बचाये हैं.’ मोदी ने कहा कि 1.62 करोड फर्जी राशनकार्ड का पता लगाया गया और सब्सिडी वाले चावल, गेहूं, केरोसिन और एलपीजी के करोडों रपये बचाये गये हैं.उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार ने हमारे देश को खोखला कर दिया है, जो दीमक की तरह इसे खा रहा है.’ पिछली कांग्रेसी सरकारों पर परोक्ष हमले में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज पूरी दुनिया में भारत की छवि सुधरी है और देश को सम्मान के साथ देखा जा रहा है. सभी भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं. जब दूसरे देशों के लोग भारतीयों से मिलते हैं तो आप अंतर देखते होंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत लगातार दो साल से सूखे का सामना कर रहा है, उसके बावजूद उसने बीते वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में 7.9 प्रतिशत की विकास दर हासिल की है. उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया की अर्थव्यवस्था में मंदी है और अच्छे से अच्छे देश भी आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं.’ मोदी ने कहा, ‘‘लेकिन भारत विभिन्न कठिनाइयों के बावजूद तेज रफ्तार से आगे बढ रहा है.’ उन्होंने कहा कि सभी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां, विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था मानने में एकमत हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘समस्याओं के बावजूद 7.9 प्रतिशत की विकास दर इस बात का प्रमाण है कि देश तेजी से बढ रहा है.’ मोदी ने कहा, ‘‘आप बहुत दूर मंगोलिया भी जाएंगे तो वहां भी भारतीय महसूस करता है कि समय बदल गया है.’ कतर में बसे भारतीयों के यहां महत्वपूर्ण योगदान के साथ भारत-कतर के संबंधों में विकास को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘जब किसी देश के शासक भारतीयों की तारीफ करते हैं तो आप कल्पना कर सकते हैं कि मेरा सीना गर्व से कैसे फूलता होगा।’ उन्होंने कहा कि 14वें वित्त आयोग के बाद हालात बदल गये हैं जहां देश का 65 प्रतिशत राजस्व राज्यों को जा रहा है और केंद्र के पास केवल 35 प्रतिशत रहेगा.अपने 25 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना का भी जिक्र किया जो चार दशक से अधिक समय से लंबित थी.
* मोदी ने कतर के अमीर को दी जन्मदिन की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ औपचारिक वार्ताएं शुरू करने से पहले उनसे मिलकर उन्हें जन्मदिन की मुबारकबाद दी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘अमीर से मिलकर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी गईं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधिकारिक वार्ताएं शुरू होने से पहले अपनी शुभकामनाएं दीं.’ ब्रिटेन से पढाई कर चुके शेख तमीम छह जून को 36 साल के हो गए. जून 2013 में जब उनके पिता शेख हमद बिन खलीफा अल थानी ने गैस संपन्न खाड़ी देश के नेता के तौर पर अपना पद छोड़ने की घोषणा की तो शेख तमीम सत्ता में आए.
दोहा में जन्मे शेख तमीम शेख हमद के चौथे बेटे हैं और वह वर्ष 2003 में उनके बड़े भाई जसीम द्वारा गद्दी पर दावा करने से इंकार किए जाने के बाद से स्वाभाविक उत्तराधिकारी बन गए थे. पांच देशों की यात्रा के दूसरे चरण के तहत मोदी कल यहां दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे. इस यात्रा का मुख्य केंद्र भारत और कतर के बीच आर्थिक संबंधों को (विशेष तौर पर हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में) एक नयी गति देना है.