अंकारा : इस्तांबुल में हुए भीषण हमले के एक दिन बाद कुर्द बहुल दक्षिणपूर्वी तुर्की में एक कार बम हमले में एक गर्भवती महिला पुलिसकर्मी सहित पांच लोगों की मौत हो गई. दोनों ही बम हमले तुर्की पुलिस को निशाना बनाकर किए गए थे और आरोप है कि करीब एक दशक से भी लंबे समय से देश के खिलाफ विद्रोह बुलंद करने वाले कुर्द विद्रोहियों ने ही इन हमलों को अंजाम दिया है. सीरिया की सीमा के समीप स्थित मिदयात शहर के पास एक पुलिस थाना पर कल हुए हमले के बाद उसके मलबे से काले धुएं का जबर्दस्त गुबार उठता देखा गया.
तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय के एक प्रवक्ता इब्राहिम कालीन ने बताया कि आरोप लगाना फिलहाल जल्दबाजी होगी लेकिन तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम ने प्रतिबंधित कुर्दिश वर्कर्स पार्टी का हवाला देते हुए ‘हत्यारे पीकेके’ पर इल्जाम मढा है. उन्होंने कहा, ‘हम लोग शहरी केंद्रों और ग्रामीण इलाकों में दृढ संकल्प के साथ उनके खिलाफ लडाई लडेंगे.’ अनातोलिया समाचार एजेंसी ने बताया कि मरने वालों में एक गर्भवती महिला पुलिसकर्मी सहित दो पुलिस अधिकारी शामिल हैं और कम से कम 51 लोग घायल हुए हैं.
डोगन समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कार में करीब आधा टन विस्फोटक था और यह कार मिदयात पुलिस थाना के पास आई. पुलिस ने कार को रोकने के लिए गोलियां चलाई जिसके बाद विस्फोटक से भरी कार में विस्फोट होने से उसके परखच्चे उड गए. तुर्की में बीते एक साल में हुए हमलों में 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और इन हमलों के लिए कुर्द विद्रोहियों या इस्लामिक स्टेट के जिहादियों को जिम्मेदार बताया गया है या फिर हमलों की जिम्मेदारी कुर्द विद्रोहियों या इस्लामिक स्टेट के जिहादियों ने ली है.
मंगलवार को इस्तांबुल के मध्य में एक कार बम विस्फोट में 11 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें से छह पुलिस अधिकारी और पांच नागरिक थे. तुर्की के सबसे बडे शहर में हुए हमलों में यह ताजा घटनाक्रम था. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयीप एरदोगन ने हमले के लिए कुर्द उग्रवादियों पर निशाना साधा है.
उन्होंने कल अंकारा में कहा, ‘हजारों नायक आतंकवाद के खिलाफ लडाई में अपने जीवन की कुर्बानी देकर अपने लोगों और अपने देश की रक्षा के लिए तैयार हैं.’ मारे गए पुलिस अधिकारियों के अंतिम संस्कार में कल पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला गुल और विपक्ष के नेता केमाल किलिकदारोगलु के साथ यिलदिरीम भी शरीक हुए थे.