बांग्लादेश में एक और हिंदू आश्रमकर्मी की हत्या

ढाका : बांग्लादेश में आज हमलावरों ने सुबह की सैर पर निकले एक हिंदू आश्रमकर्मी की हत्या कर दी. गौरतलब है कि मुस्लिम बहुल देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ताओं पर मुस्लिम चरमपंथियों के निर्मम हमलों कीकड़ी में कुछ ही दिन पहले संदिग्ध आइएसआइएस जिहादियों ने एक अन्य पुजारी की हत्या कर दी थी.बांग्लादेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2016 11:30 AM

ढाका : बांग्लादेश में आज हमलावरों ने सुबह की सैर पर निकले एक हिंदू आश्रमकर्मी की हत्या कर दी. गौरतलब है कि मुस्लिम बहुल देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ताओं पर मुस्लिम चरमपंथियों के निर्मम हमलों कीकड़ी में कुछ ही दिन पहले संदिग्ध आइएसआइएस जिहादियों ने एक अन्य पुजारी की हत्या कर दी थी.बांग्लादेश के एएसपी (सदर सर्किल) सलीम खान ने बताया कि ठाकुर अनुकूल चंद्र सत्संग परमतीर्थ हिमायतपुरधाम आश्रम के 60 वर्षीय नित्यरंजन पांडे पर कई हमलावरों ने हमला किया और उनकी गर्दन पर वार किए.

बीडीन्यूज का हवाला देते हुए खान ने बताया कि पबना के हिमायतपुर उपजिला स्थित आश्रम में पांडे पिछले 40 साल से स्वयंसेवक के तौर पर काम करते थे और जब वह नियमित सैर के लिए निकले थे उसी दौरान उन पर हमला किया गया.बहरहाल, अब तक किसी ने इस हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है.

बीते तीन दिनों में इस तरह की हत्या की यह दूसरी वारदात है. सात जून को संदिग्ध इस्लामिक स्टेट के जिहादियों ने एक पुजारी का सिर काट कर उसकी हत्या कर दी थी.हाल के महीनों में खासकर अल्पसंख्यकों, धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगरों, बुद्धिजीवियों और विदेशियों पर लक्षित हमले बढ़े हैं.

रविवार को धार्मिक चरपंथियों ने एक शीर्ष आतंकवाद निरोधी पुलिस अधिकारी की पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके कुछ ही घंटों बाद एक गिरजाघर के पास हथियार से लैस अज्ञात हमलावर ने एकईसाई कारोबारी की हत्या कर दी थी.फरवरी में आतंकवादियों ने बांग्लादेश में स्थित एक मंदिर के अन्य हिंदू पुजारी की चाकू मारकर हत्या कर दी थी और उसकी मदद के लिए आए एक श्रद्धालु को घायल कर दिया था.

अप्रैल में हथियार से लैस आइएसआइएस के आतंकवादियों ने एक उदारवादी प्रोफेसर की राजशाही शहर स्थित उनके घर पर गला रेतकर हत्या कर दी थी. उसी महीने में आइएसआइएस के आतंकवादियों ने एक हिंदू दर्जी की उसकी दुकान पर हत्या कर दी थी. इसके अलावा चरमपंथियों ने बांग्लादेश की पहली समलैंगिक पत्रिका के संपादक के ढाका स्थित फ्लैट पर उनकी और उनके मित्र की निर्मम हत्या कर दी थी.

भारतीय प्रायद्वीप में आइएसआइएस और अलकायदा ने कुछ हमलों की जिम्मेदारी ली है. बहरहाल, सरकार ने बांग्लादेश में उनकी मौजूदगी से इनकार किया है.

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