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#DU Admission : दिल्ली के छात्रों को मिली छूट, तो टूटेगा बाहरी छात्रों का दिल्ली में पढ़ने का सपना

नयी दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले की दौड़ 1 जून से शुरू हुई है. ऑनलाइन आवेदन के जरिये छात्रों ने अपने मनपसंद विषय और कोर्स के लिए आवेदन कर दिया है. आवेदन की संख्या में अभी भी बढोत्तरी जारी है. ऐसे कई छात्र हैं जो पूरी तरह सोच-समझ कर आवेदन करते हैं. ऑनलाइन आवेदन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2016 5:05 PM
नयी दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले की दौड़ 1 जून से शुरू हुई है. ऑनलाइन आवेदन के जरिये छात्रों ने अपने मनपसंद विषय और कोर्स के लिए आवेदन कर दिया है. आवेदन की संख्या में अभी भी बढोत्तरी जारी है. ऐसे कई छात्र हैं जो पूरी तरह सोच-समझ कर आवेदन करते हैं. ऑनलाइन आवेदन को लेकर कई तरह की परेशानी आयी जिसे डीयू के अधिकारियों ने सुलझाने की कोशिश भी की.
अब छात्र कट ऑफ को लेकर चिंतित हैं. ज्यादातर छात्रों ने अपने सवाल कट ऑफ को लेकर ही पूछे. प्रभात खबर के पास भी कई सवाल कट ऑफ को लेकर आये. अच्छे नंबर लाने के बाद भी नामांकन ना मिलने का डर छात्रों में दिखा. उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत कई राज्यों से छात्रों की बड़ी संख्या 12 वीं के बाद दिल्ली का रुख करती है. अच्छी पढ़ाई और मेट्रो शहर में रहकर अपने भविष्य को बेहतर करने का सपना हर कोई देखता है.
ऐसे में दिल्ली में रहकर पढ़ने वाले छात्रों के लिए समस्या बढ़ जाती है. भाजपा सांसद विजय गोयल दिल्ली के इन छात्रों की समस्या को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की,ताकि दिल्ली सरकार के नियंत्रण वाले कॉलेजों में उन्हें कुछ राहत मिले.उन्होंने दिल्ली के छात्रों के लिए छूट की मांग करते हुए उन्हें प्राथमिकता देने का आग्रह किया. यह पहली बार नहीं है जब विजय गोयल दिल्ली के छात्रों को लेकर अपनी चिंता प्रकट कर रहे हैं, गोयल इससे पहले भी यह मांग रख चुके हैं. शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गोयल ने मनीष सिसोदिया से मुलाकात की. दिल्ली विश्वविद्यालय के 61 कॉलेजों में से 28 कॉलेज दिल्ली सरकार के हैं, उनमें 85 फीसद सीटें दिल्ली के छात्रों के लिए आरक्षित होनी चाहिए. कट ऑफ में 5 फीसद की छूट की मांग की गयी है.
इसके पीछे तर्क रखा गया है कि अलग-अलग राज्यों की शिक्षा पद्धति अलग है और राज्यों में धांधली की भी खबरें आती है. ऐसे में उनके नंबरों पर पूरी तरह यकीन करना मुश्किल हो जाता है. इसके अलावा नामांकन से पहले एक योग्यता परीक्षा का भी आयोजन किया जाना चाहिए. अगर दिल्ली सरकार इन तर्कों के साथ छूट का एलान कर देती है तो वैसे छात्रों को भारी नुकसान होगा जो दूसरे राज्यों से दिल्ली में पढ़ने का सपना लेकर गये हैं. कट ऑफ लिस्ट जारी होने के बाद ही नामांकन को लेकर स्थिति साफ होगी.
कब-कब आयेगी कट-ऑफ लिस्ट
इस बार विश्वविद्यालय द्वारा केवल पांच कट-ऑफ लिस्ट जारी की जायेगी. सीटें के रिक्त रहने पर कॉलेज अपने स्तर पर मेरिट सूची निकालेंगे.
पहली कट-ऑफ लिस्ट – 27 जून (सुबह नौ बजे)
दस्तावेज सत्यापन व एडमिशन- 27 जून से 29 जून तक (एक बजे तक)
दूसरी कट-ऑफ लिस्ट – 1 जुलाई (सुबह नौ बजे)
दस्तावेज सत्यापन व एडमिशन – 1 जुलाई से 4 जुलाई (एक बजे तक)
तीसरी कट-ऑफ लिस्ट – 7 जुलाई (सुबह नौ बजे)
दस्तावेज सत्यापन व एडमिशन – 7 जुलाई से 9 जुलाई (एक बजे तक)
चौथी कट-ऑफ लिस्ट – 12 जुलाई (सुबह नौ बजे)
दस्तावेज सत्यापन व एडमिशन – 12 जुलाई से 14 जुलाई (एक बजे तक)
पांचवीं कट-ऑफ लिस्ट – 16 जुलाई (सुबह नौ बजे)
दस्तावेज सत्यापन व एडमिशन – 16 जुलाई से 19 जुलाई (एक बजे तक)

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