‘5 साल तक वीवीआईपी लोगों के फ़ोन टैप हुए’
‘द इंडियन एक्सप्रेस ‘ ख़बर दी है कि एक बड़े बिज़नेस समूह ने पांच साल तक मंत्रियों, सांसदों और कई जाने-माने बिज़नेसमैन के फ़ोन टैप किए. अख़बार ने य समाचार कथित रूप से प्रधानमंत्री कार्यालय को मिली एक शिकायत के आधार पर की है. अख़बार के मुताबिक़ फ़ोन टैपिंग साल 2001 से 2006 के बीच […]
‘द इंडियन एक्सप्रेस ‘ ख़बर दी है कि एक बड़े बिज़नेस समूह ने पांच साल तक मंत्रियों, सांसदों और कई जाने-माने बिज़नेसमैन के फ़ोन टैप किए.
अख़बार ने य समाचार कथित रूप से प्रधानमंत्री कार्यालय को मिली एक शिकायत के आधार पर की है. अख़बार के मुताबिक़ फ़ोन टैपिंग साल 2001 से 2006 के बीच की गई.
एक्सप्रेस के मुताबिक़ सुप्रीम कोर्ट के वकील सुरेन उप्पल ने 1 जून 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 29 पेज़ की शिकायत भेजी है. उप्पल का दावा है कि वो ‘एस्सार’ कंपनी के लिए कथित तौर पर फ़ोन टैप करने वाले शख़्स के वकील हैं.
दावा किया गया है कि जिनके फ़ोन टैप किए गए उनमें मौजूदा रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल, राम नाइक, टीना अंबानी, प्रमोद महाजन और सांसद अमर सिंह शामिल हैं.
‘हिंदुस्तान टाइम्स ‘ की पहली ख़बर के मुताबिक़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयकर विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वो लोगों से मुश्किल सवाल दोस्ताना लहजे में पूछें.
अख़बार के मुताबिक़ मोदी ने अधिकारियों के सम्मेलन में ऐसे ही कई सुझाव दिए. उन्होंने देश में आयकर देने वालों का दायरा दोगुना यानी 10 करोड़ करने का लक्ष्य तय किया है.
समाचार के अनुसार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है.
‘द हिंदू’ ने भी इससे जुड़ी ख़बर को पहली हेडलाइन बनाया है. ख़बर की हेडिंग कहती है, ‘मोदी 10 करोड़ को टैक्स दायरे में चाहते हैं.’
इशरत जहां एनकाउंटर मामले के ग़ायब हुए दस्तावेज़ों से जुड़ी ख़बरों को भी दिल्ली से प्रकाशित अख़बारों ने प्रमुखता से जगह दी है.
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़ कांग्रेस ने इस मामले को लेकर सरकार पर तीखा हमला किया है. अख़बार के मुताबिक कांग्रेस ने जांच को ‘फिक्स’ और दिखावा बताया है. कांग्रेस ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप करने की मांग की है. कांग्रेस ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सरकार ‘विश्वसनीयता खो चुके हैं’.
‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने अपनी पहली ख़बर में दाल और सब्जियों की बढ़ती क़ीमतों की वजह से घरेलू बजट पर होने वाले असर का ज़ायजा लिया है.
ख़बर की हेडिंग है, ‘तिहरी बाधा, दाल, टमाटर और आलू की क़ीमतें एक साथ उछलीं’
विवादों में रही फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ शुक्रवार को रिलीज़ हो रही है. इस फिल्म के ऑन लाइन लीक होने से नया विवाद शुरु हो गया है.
हिंदुस्तान टाइम्स ने इससे जुड़ी ख़बर को पहले पन्ने पर जगह दी है. ख़बर की सुर्खी कहती है, ‘उड़ता पंजाब टेकऑफ को तैयार लेकिन लीक को लेकर उबल रहा मर्तबान’
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