वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि उनका देश यूरोपीय संघ से निकलने के ब्रिटिश लोगों के निर्णय का स्वागत करता है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि ब्रिटेन और यूरोपीय संघ अमेरिका के ‘अनिवार्य भागीदार’ बने रहेंगे. ऐतिहासिक जनमत संग्रह के नतीजों के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में ओबामा ने एक बयान में कहा, ‘ब्रिटेन के लोगों ने बता दिया है तथा हम उनके निर्णय का सम्मान करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिका एवं ब्रिटेन के बीच विशेष संबंध स्थायी हैं तथा नाटो में ब्रिटेन की सदस्यता अमेरिका की विदेश, सुरक्षा एवं आर्थिक नीति का एक विशेष आधार है.’ ओबामा ने कहा, ‘ब्रिटेन एवं ईयू अमेरिका के अनिवार्य भागीदार बने रहेंगे. वे अपने मौजूदा संबंधों को लेकर बातचीत शुरू कर रहे हैं ताकि यूरोप, ब्रिटेन, उत्तरी आयरलैंड और पूरे विश्व में स्थिरता, सुरक्षा एवं समृद्धि सुनिश्चित हो सके.’ एक अन्य बयान में अमेरिका के वित्त मंत्री जैक ल्यू ने कहा कि अमेरिका लंदन एवं बूसेल्स तथा अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ काम करता रहेगा ताकि यूरोप तथा अन्य जगहों पर आर्थिक स्थिरता, सुरक्षा एवं समृद्धि का जारी रहना सुनिश्चित हो सके.
ट्रंप ने यूरोपीय संघ से हटने के ब्रिटेन के फैसले पर कहा यह ‘जबरदस्त चीज’ है
आयरलैंड की कारोबारी यात्रा पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति पद के संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ से हटने के ब्रिटेन के फैसले की तारीफ करते हुए इसे एक ‘जबरदस्त चीज’ बताया. नये तरीके से सजाए संवारे गोल्फ रिसार्ट का फिर से उद्घाटन करने टर्नबेरी पहुंचने पर 70 साल के रिपब्लिकन नेता ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि यह एक जबरदस्त चीज हुई है, एक अद्भुत वोट, बहुत ही ऐतिहासिक. हम बहुत खुश हैं.’ अमेरिकी अरबपति ट्रंप ने 2014 में रिसार्ट खरीदने के बाद आयरशायर होटल और गोल्फ कोर्स में अपना नाम जोड दिया था. रिपोर्टों के अनुसार उन्होंने 30 करोड डालर का निवेश किया. रिपब्लिकन नेता से जब पूछा गया कि क्यों लोगों ने ब्रेक्जिट के पक्ष में मतदान किया तो उन्होंने कहा, ‘लोग नाराज हैं. दुनिया भर में वे नाराज हैं. हम अमेरिका में बहुत अच्छा कर रहे हैं और इसी तरह की चीज अमेरिका में हुई है. वे सीमा के मुद्दे पर नाराज हैं, वे लोगों के देश में आने पर नाराज हैं.’ ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ (अमेरिका को फिर से महान बनाएं) हैट पहने ट्रंप हेलीकाप्टर से बाहर हाए। उनका स्वागत स्कॉटिश परंपरा के अनुसार बैगपाइपर बैंड से किया था.
मर्केल ने ‘ब्रेग्जिट’ पर ईयू को चेताया
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने आज यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य देशों को चेताया कि वे ईयू को छोडने के ब्रिटेन के फैसले के बारे में जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष न निकालें, क्योंकि इससे यूरोप के और बंटने का जोखिम पैदा हो सकता है. मर्केल ने कहा, ‘हम बडे अफसोस के साथ ब्रिटेन के लोगों के फैसले को देख रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि यह यूरोप और यूरोपीय एकीकरण प्रक्रिया के लिए एक झटका है.’ जर्मन चांसलर ने कहा, ‘लेकिन इसके क्या परिणाम होंगे. यह इस पर निर्भर करेगा कि हम – ईयू के अन्य 27 सदस्य देश – ग्रेट ब्रिटेन के जनमत संग्रह के बारे में जल्दबाजी में सरलीकरण कर कोई निष्कर्ष न निकालें, क्योंकि इससे यूरोप और बंटेगा ही.’ फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, इटली के प्रधानमंत्री मैटियो रेंजी और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क के साथ सोमवार को बर्लिन में वार्ता करने वाली मर्केल ने कहा कि सदस्य देशों को शांत रहकर और भविष्य के बारे में सोचकर हालात का विश्लेषण करना चाहिए. मर्केल ने यूरोप वासियों से अपील की कि वे इस बात को कभी नहीं भूलें कि ईयू का मकसद यूरोपीय एकता का विचार दरअसल शांति का एक विचार है.
कैमरन बोले ब्रिटेन का जिम्मा नये प्रधानमंत्री को मिलेगा
यूरोपीय संघ (ईयू) से हटने के पक्ष में ब्रिटेन में जनमत संग्रह के बाद प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने आज अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने कहा कि अक्तूबर तक नया प्रधानमंत्री नियुक्त होगा क्योंकि उनके लिए देश को अगले पडाव तक ले जाने वाला ‘कैप्टन’ बनने की कोशिश करना सही नहीं होगा. ब्रिटेन के ईयू के हटने के पक्ष में नतीजा आने के तुरंत बाद 10 डाउनिंग स्टरीट के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कैमरन ने कहा कि तुरंत कुछ भी नहीं बदलेगा लेकिन ब्रिटेन की जनता के लिए नया प्रधानमंत्री जिम्मा संभालेगा. ईयू के साथ रहने के पक्ष में अभियान चलाने वाले कैमरन ने कहा, ‘हमें अब यूरोपीय संघ के साथ बाचतीत के लिए तैयार होना चाहिए. देश को इससे आगे ले जाने के लिए नये नेतृत्व की जरुरत है. यह महत्वपूर्ण है कि पोत को स्थिर रखने के लिए मैं बना रहूं लेकिन मुझे लगता है कि देश को उसके अगले गंतव्य तक ले जाने वाला कैप्टन बने रहना मेरे लिए सही नहीं होगा” कंजरवेटिव नेता (49) ने कहा, ‘मैं जो मदद कर सकता हूं वह करुंगा.’ उन्होंने कहा कि जनता की इच्छा का सम्मान होना चाहिए.
श्रीलंका ने ब्रेक्जिन अभियान का बचाव किया
ब्रिटिश अवाम को यूरोपीय संघ में बने रहने के लिए रजामंद करने के ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के अभियान का समर्थन करने पर हमलों का सामना कर रही श्रीलंका सरकार ने आज कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को ध्यान में रख कर किया गया था. श्रीलंका के विदेश उपमंत्री हर्षा डिसिल्वा और दूरसंचार मंत्री हरिन फर्नांडो के नेतृत्व में सरकारी अधिकारियों के एक दल ने इस माह ब्रिटेन की यात्रा की थी और ब्रिटेन के श्रीलंकाई समुदाय के बीच ब्रेक्जिन के पक्ष में प्रचार किया था. जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ से हटने के ब्रिटेन के फैसले और उसके बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की कैमरन की घोषणा के बाद संयुक्त विपक्षी समूह के नेता दिनेश गुणवर्धना ने आज इस कदम का मजाक उडाया. डिसिल्वा ने कहा कि सरकार ने अपनी आर्थिक प्राथमिकताओं के तहत यूरोपीय संघ में ब्रिटेन के बने रहने के पक्ष में प्रचार किया.
ईयू छोडने की जल्दबाजी नहीं है : बोरिस जॉनसन
लंदन के पूर्व महापौर बोरिस जॉनसन ने आज कहा कि ईयू से हटने में ‘कोई जल्दबाजी करने की जरुरत नहीं’ है और कहा कि कम समय में कुछ बदलने नहीं जा रहा है. उन्होंने ईयू से ‘हटने के प्रचार’ का नेतृत्व किया था. यूरोपीय संघ से हटने के पक्ष में ब्रिटेन के लोगों द्वारा वोट देने के बाद अपने पहले बयान में जॉनसन ने प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की सराहना करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री के इस्तीफे से ‘दुखी’ हैं, लेकिन निर्णय का सम्मान करते हैं. जॉनसन ने कहा, ‘वह हमारे समय के सबसे असाधारण, साहसी और सिद्धांतों वाले व्यक्ति थे.’ उनके कैमरन के उत्तराधिकारी बनने की ज्यादा संभावना है.
ब्रेक्जिट से भारत-ब्रिटेन संबंधों को बढावा मिलेगा : पटेल
ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने (ब्रेक्जिट) के पक्ष में जोरदार अभियान चलाने वाली भारतीय मूल की वरिष्ठतम मंत्री प्रीति पटेल का मानना है कि देश के यूरोपीय संघ छोडने के पक्ष में आज का ऐतिहासिक जनमत संग्रह का परिणाम अंतत: भारत-ब्रिटेन संबंध के लिए अच्छा होगा. पटेल ब्रिटेन की कैबिनेट में रोजगार मंत्री हैं और उम्मीद है कि वह ब्रिटेन की राजनीति में अब और भी सक्रिय भूमिका निभाएंगी. उन्होंने जनमतसंग्रह से पहले कहा था, ‘भारत एक बढता हुआ बाजार है जहां काम करने वाले लोगों की जनसंख्या अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से बढ रही है. यद्यपि यह एक ऐसा बाजार है जिसके साथ हम कोई व्यापार समझौता नहीं कर सकते क्योंकि यह यूरोपीय नियमों के खिलाफ है. हमारे यूरोपीय संघ छोडने के लिए मतदान करने के बाद ब्रिटेन भारत सहित दर्जनों अन्य बढती अर्थव्यवस्थाओं के साथ दूरगामी व्यापार सौदे करने के लिए मुक्त होगा.