जोसलीन चेंज की आवाज़ मंद होती जाती है, जब वो बताती हैं कि 1970 से दशक में सिंगापुर में किस तरह से उन्होंने ग़रीबी में अपना बचपन गुज़ारा.
उनके माता- पिता एक फ़ूड फ़ैक्ट्री में काम करते थे और फ़ैक्ट्री बंद होने की वजह से दोनों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी.
उसके बाद उन लोगों ने अपने घर के पीछे मौजूद बागान में सॉस बनाने के काम में हाथ आज़माने की कोशिश की.
पैसी की कमी की वजह से जोसलीन के माता-पिता उन पर ध्यान नहीं पाते थे और उन्होंने अपना सारा समय इस व्यवसाय में लगा दिया था.
फिर ग्यारह साल की उम्र तक जोसलीन को अपनी दादी के पास रहने के लिए भेज दिया गया. आज जोसलीन सिंगापुर की सबसे बड़ी फ़ूड कंपनियों में से एक की प्रमुख हैं.
उनका कहना है, "माँ ने मुझे किसी और को सौंप दिया था. उन ग्यारह सालों के दौरान मैंने अपनी माँ को देखा तो था, लेकिन मुझे लगता था कि मेरी दादी ही मेरी माँ है. जब मैं वापस अपनी माँ के पास आई तो यह मरे लिए बड़ा मुश्किल समय था."
जोसलीन जब स्कूल में बहुत मेहनत के साथ पढ़ाई कर रही थीं तभी उनके माता-पिता ने समझ लिया कि उनके पास अपने व्यवसाय के लिए एक सौगात है.
उनकी कंपनी ‘सिन ह्वा डी’ तेजी से आगे बढ़ने लगी और 1970 के मध्य तक उनके पास अपनी फ़ैक्ट्री हो गई. पूरे सिंगापुर की दुकानों में बिकने वाला ‘चेंज- की’ ब्रांड का बोतल बंद सॉस और राइस मिक्सेस, वहाँ हर घर में जाना पहचाना ब्रांड बन गया.
युवावस्था में जोसलीन स्कूल की पढ़ाई के साथ ही बिज़नेस में भी मदद करती थीं, फिर वो इकॉनॉमिक्स की पढ़ाई के लिए सिंगापुर के नेशनल यूनिवर्सिटी चली गईं.
अपने परिवार के व्यवसाय से पूरी तरह से जुड़ जाने की उनकी कोई योजना तो नहीं थी, लेकिन 21 साल की उम्र में जब वो यूनिवर्सिटी में दूसरे साल की पढ़ाई कर रही थीं तो लंबी बीमारी के बाद उनके पिता का निधन हो गया.
जोसलीन अपने माता पिता के छह बच्चों में सबसे बड़ी थीं. उन्हें कहा गया कि उन्हें ‘सिन ह्वा डी’ कंपनी का प्रमुख बनकर उसे संभालना होगा. पिता की लंबी बीमारी की वजह से यह कंपनी भी लड़खड़ा रही थी.
उन्होंने जल्द ही इस संकट से कंपनी को निकाल लिया और उसके बाद से ही उन्होंने कंपनी का विस्तार दूसरे क्षेत्रों में किया. उन्होंने इवेंट कैटरिंग, चिल्ड रेडी मिल्स और हॉट फ़ूड वेंडरिंग मशीन की शुरुआत की.
आज लाख़ों डॉलर के व्यापार के साथ ही जोसलीन पूरे एशिया में निर्यात का भी काम कर रही हैं. अब उनकी कंपनी सिन ह्वा डी चीन में भी विस्तार करती हुई दिख रही है.
लेकिन उनके लिए सफलता का यह सफर इतना आसान भी नहीं रहा. इस दौरान 2004 में जोसलीन को अपने पति की अचानक मौत को भी झेलना पड़ा.
सिन ह्वा डी की बाग-डोर हाथ में लेने के बाद जोसलीन को बहुत कुछ सीखना पड़ा, तब उन्होंने जाना कि वो किस तरह से ख़ुद में सुधार ला सकती हैं और चीजों को आगे ले जा सकती हैं.
उन्हें इस व्यवसाय में अपने भाई- बहनों का सहयोग भी मिला, जो एक-एक कर कंपनी में उनके साथ जुड़े.
वो कहती हैं, "हमनें ब्रांडिंग, पैकिंग और प्रोडक्शन पर ध्यान दिया. हमनें रिसर्च और डेवलपमेंट के अलावा बाज़ार, बढ़ते निर्यात और बाक़ी क्षेत्रों पर भी ध्यान दिया."
उनका कहना है कि वो लोग उस समय बहुत कम उम्र के थे, लेकिन सब ने मिलकर व्यापार को आगे बढ़ाना शुरू किया. उन्हें कभी कभार व्यापार में नुकसान भी झेलना पड़ा, लेकिन इससे उन्हें सीखने का मौक़ा मिला.
जोसलीन कहती हैं, "वो सब बड़े महत्वपूर्ण सबक थे और मैं उन्हें असफलता की तरह नहीं लेती. मैं हमेशा जानने की कोशिश करती हूँ कि ऐसा क्यों हुआ और फिर इस बात पर ध्यान देती हूँ कि भविष्य में इससे कैसे बचा जा सकता है."
जोसलीन के लिए 2001 एक अहम साल था, जब जोसलीन के पति रिचर्ड भी उनके साथ काम में जुड़ गए. जोसलीन की उनसे मुलाक़ात यूनिवर्सिटी में हुई थी और दोनों ने 1993 में शादी की थी.
सिन ह्वा डी में उनके पति के सबसे बड़े योगदान में से एक था; होटलों, रेस्तरां और बाक़ी व्यवसायों के लिए भोजन तैयार करने वाली एक सहायक कंपनी ‘जेआर फ़ूड्स’ बनाने का सुझाव देना.
वो बताती हैं, "मेरे पति के पास एक विज़न था, वो कहते थे कि रेस्तरां और होटलों के लिए भोजन का ख़र्च लगातार बढ़ रहा है. इसलिए उन्होंने होटलों, कैटरर्स, फ़ास्ट फ़ूड चेन और एयरलाइन कैटरर्स के लिए खाना तैयार करने पर ध्यान देना शुरू किया."
जोसलीन के मुताबिक़ उनके पति का मक़सद, इस तरह के व्यवसायों में ज़्यादा लोगों की ज़रूरत को कम कर, व्यवसायों की क्षमता को बढ़ाना था.
हालाँकि इस बिज़नस से जुड़ने के तीन साल बाद ही उनके पति रिचर्ड को कैंसर का पता चला और दो हफ़्ते के अंदर ही उनकी मौत हो गई.
जोसलीन बताती हैं, "यह सच में मेरे लिए बहुत ही मुश्किल समय था. मैं अपने व्यस्क जीवन के आधे समय तक रिचर्ड के साथ थी. मेरा सबसे छोड़ा बेटा उस समय केवल एक साल का था, इसलिए मुझे माँ के साथ ही पिता की भूमिका निभानी भी सीखनी पड़ी. मैं उस परिस्थिति में भी अपना व्यवसाय चला रही थी."
जोसलीन अपनी कंपनी की सफलता के पीछे अपने पति का विज़न ही बताती हैं. उनका कहना है कि वेंडिंग मशीन से भोजन मुहैया कराना भी रचर्ड का ही सुझाव था.
इस कंपनी के पास फिलहाल 100 से ज़्यादा वेंडिंग मशीनें हैं और ये पूरे सिंगापुर में फैली हुई हैं, जो लोगों को चिकन करी से लेकर पास्ता कार्बोनारा तक मुहैया कराती हैं.
जोसलीन बताती हैं कि ये मशीनें सभी बड़े अस्पतालों, स्कूलों, विश्वविद्यालयों, कुछ शॉपिंग मॉल्स, होटलों और सेना के कैंप में मौजूद हैं.
उनका कहना है, "मैं एक आईफ़ोन से बता सकती हूँ कि हमने कितना खाना बेचा है, कितना बचा हुआ है और हमें कब फिर से इसका भंडारण करना है. यह एक स्मार्ट तरीका है."
हलाँकि उनके व्यवसाय का मुख्य हिस्सा अभी भी पूरी तरह से उनके परिवार का ही है. लेकिन जेआर फ़ूड्स जिसका नाम अब जेआर ग्रुप हो गया है, उसमें बाहर से भी निवेश किया गया है.
जोसलीन ने बताया कि हमें जेआर ग्रुप को आगे ले जाना था और इसके लिए हमें पूंजी की ज़रूरत थी.
उनके मुताबिक़, "जाहिर तौर पर कोई सही पार्टनर मिले तो हम इस कंपनी के विलय के लिए तैयार थे, लेकिन लोगों में इसके लिए इस कंपनी के प्रति मेरी तरह ही जुनून होना चाहिए."
जैसे जैसे उनका व्यवसाय आगे बढ़ रहा है, जोसलीन कहती हैं कि उनके पति और दादी को जरूर उन पर गर्व हो रहा होगा.
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