नयी दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने एक निजी चैनल को दिए गए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में चुनाव सुधार, काला धन, खेती जैसे तमाम मुद्दों पर बात खुलकर बात की. साक्षात्कर्ता ने पीएम से पूछा कि क्या राज्यों में लगातार हो रहे विधानसभा चुनावों की वजह से देश का लगातार कैम्पेन मोड में रहना शासन और प्रशासन के लिए सही है. इसपर पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दिनों मैंने इस बारे में सभी दलों के नेताओं से बात की थी, और वहां सभी इस बात पर एकमत थे कि लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जाएं. आइए नजर डालते हैं इस साक्षात्कार के 10 महत्वपूर्ण तथ्यों पर….
1. इस साक्षात्कार में सुब्रमण्यम स्वामी को एक प्रकार से झिडकते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर उनके हमलों को खारिज कर उसे ‘अनपयुक्त’ करार दिया और कहा कि राजन हम से कोई कम देशभक्त नहीं है. एह मात्र छपास की बीमारी है. भाजपा नेता एवं राज्यसभा के मनोनीत सांसद को परोक्ष संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रचार पाने की ऐसी लालसा से देश का कोई भला नहीं होगा और ‘अगर कोई खुद को व्यवस्था से ऊपर समझता है तो यह गलत है. ‘
2. चैनल के साथ एक साक्षात्कार में मोदी ने कश्मीर में सीआरपीएफ पर आतंकवादी हमले के आलोक में पाकिस्तान के साथ रिश्ते पर भी अपना मत रखा. उन्होंने कहा कि शांति के वास्ते संवाद चल रहा है हालांकि सुरक्षाबलों को भी जरुरत के अनुरुप जवाब देने की पूरी आजादी दी गयी है.
3. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले हफ्ते सोल में परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए भारत के प्रयास में चीन द्वारा बाधा खडी करने को उन्होंने अधिक महत्व नहीं देते हुए विश्वास जताया कि देश अपनी कोशिश में सफल होगा क्योंकि इसके लिए प्रक्रिया ‘‘सकारात्मक सोच’ के साथ शुरू हो चुकी है.
4. प्रधानमंत्री के बयान का वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा की ओर से स्वामी के हालिया बयानों से दूरी बनाए जाने के संदर्भ में खास महत्व है. स्वामी ने हाल ही में राजन, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास पर निशाना साधा था. स्वामी ने जेटली का नाम लिए बिना उन पर भी कुछ तल्ख टिप्पणियां की थीं. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘चाहे यह मेरी पार्टी में हो या नहीं, मेरा मानना है कि ये चीजें अनुचित हैं. प्रचार पाने की इस लालसा से कभी भी देश का भला नहीं होने जा रहा. लोगों को बहुत जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करना चाहिए. अगर कोई खुद को व्यवस्था से उपर समझता है तो यह गलत है.’
5. स्वामी का नाम लिए बगैर मोदी से सवाल किया गया था कि ‘आपके राज्यसभा सांसद’ ने रघुराम राजन के खिलाफ जो टिप्पणियां की हैं क्या वह उचित है? स्वामी के बारे में पूछते समय सवाल करने वाले ने मोदी के इलाहाबाद में दिए उस बयान को याद किया जिसमें उन्होंने पार्टी के नेताओं से कहा था कि वे अपने भाषण और व्यवहार में संतुलन एवं संयम रखें.
6. यह पूछे जाने पर कि इस मुद्दे पर भी उनका संदेश स्पष्ट है तो मोदी ने कहा, ‘‘मेरा संदेश बहुत स्पष्ट है. मुझे इस बारे में कोई भ्रम नहीं है.’ मोदी ने राजन की तारीफ करते हुए कहा है कि उनकी देशभक्ति किसी से कम नहीं है और उन्हें भरोसा है कि राजन किसी पद पर रहें या नहीं रहें लेकिन वह भारत की सेवा करना जारी रखेंगे.
7. स्वामी के इस बयान पर कि राजन मानसिक रुप से भारतीय नहीं है, प्रधानमंत्री ने परोक्ष रुप से जवाब देते हुए कहा, ‘‘उनके साथ मेरा अनुभव अच्छा रहा है और उन्होंने जो काम किया है उसकी मैं सराहना करता हूं. वह किसी से कम देशभक्त नहीं हैं. वह भारत से प्रेम करते हैं. वह जहां भी काम करेंगे, वह भारत के लिए काम करेंगे और वह देशभक्त हैं.’
8. राजन के पद से हटने से विदेशों में भारतीय अर्थव्यवस्था की छवि प्रभावित होने की खबरों और आशंकाओं के बारे में पूछे जाने पर, मोदी ने कहा कि अगर 2014 में उनके सत्ता संभालने के बाद तीन महीने तक की खबरें याद हों तो इस बारे में अनेक लेख लिखे गये और टीवी शो पर चर्चा हुई कि क्या राजन को इस पद पर बनाये रखा जाएगा या नहीं जिनकी नियुक्ति संप्रग सरकार ने की थी. मोदी ने कहा, ‘‘उन लोगों ने कहा कि मैं उन्हें (आरबीआई गवर्नर के पद पर) नहीं रहने दूंगा. तो यह बात गलत साबित हुई. यह कहना गलत है कि राजन हमसे कम देशभक्त हैं. यह कहना भी अनुचित होगा कि वह भारत के हितों के लिए काम नहीं करेंगे. मुझे विश्वास है कि राजन जहां भी काम करेंगे या जिस पद पर रहेंगे, वह भारत की सेवा करते रहेंगे.’
9. मोदी ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे के घोटाले की जांच में किसी तरह के राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई की बात को खारिज कर दिया और कहा कि जांच एजेंसियां पेशेवर तरीके से काम करेंगी, जो भी नाम आएं, देखते हैं. उन्होंने हालांकि कहा कि एक ‘पाप’ किया गया और उसके पीछे जो लोग थे उन पर बडा सुरक्षा आवरण रहा. उन्होंने चैनल से कहा, ‘‘अगस्ता हेलीकॉप्टर का मामला. मैं इससे इनकार नहीं कर सकता और मेरा मानना है कि हमें यह संदेह करने का अधिकार है कि इसके पीछे जो लोग थे बहुत अनुभवी हैं.’ मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने गलत काम करने की कला को सही से अपनाया है. वे बहुत अनुभवी और जानकार हैं. और इस बात का भी अंदाज लगाया जा सकता है कि ऐसी चीज बिना बडे संरक्षण के नहीं होती. अब एजेंसियां जांच कर रहीं हैं. देखते हैं कि जांच कितनी दूर जाती है.’
10. प्रधानमंत्री से साक्षात्कार में पूछा गया था कि क्या किसी तरह की राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से जांच हो रही है. उन्होंने कहा, ‘‘किसी को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. ना ही मेरी सरकार यह करती है.’ मोदी ने कहा, ‘‘एक पाप किया गया. यह कैसे किया गया, किसने किया और कितना किया। जांच एजेंसियां पेशेवर तरीके से यह पता लगाएंगी। जो भी नाम आएं, देखते हैं.’a