यूरोपीय नेताओं ने 40 साल में पहली बार बगैर ब्रिटेन के बैठक की
ब्रसेल्स: यूरोपीय नेताओं ने 40 साल में पहली बार आज बगैर ब्रिटेन के बैठक की ताकि ‘ब्रेग्जिट’ के बाद की स्थिति से उबरने की तैयारी की जा सके. वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के उत्तराधिकारी के लिए भी दौड शुरू हो गयी है. पिछले हफ्ते हुए जनमत संग्रह के जोरदार झटके का जिक्र करते […]
ब्रसेल्स: यूरोपीय नेताओं ने 40 साल में पहली बार आज बगैर ब्रिटेन के बैठक की ताकि ‘ब्रेग्जिट’ के बाद की स्थिति से उबरने की तैयारी की जा सके. वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के उत्तराधिकारी के लिए भी दौड शुरू हो गयी है. पिछले हफ्ते हुए जनमत संग्रह के जोरदार झटके का जिक्र करते हुए ब्रसेल्स में स्कॉटिश प्रथम मंत्री निकोला स्टरजन ने कहा कि वह ईयू में स्कॉटलैंड को देखने के लिए पूरी तरह से दृढता से प्रतिबद्ध हैं.
यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जीन क्लाउड जंकर ने बुधवार को पहुंचने के बाद कहा कि ब्रिटेन ने वह फैसला किया जो वह कर सकता था. और आज सुबह ऐसा लगता है कि वे अब हमारे बीच अब नहीं बैठ हैं. ईयू अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने कहा कि उन्हें लगता है कि अगला कदम उठाने से पहले तूफान को शांत हो जाने देने की जरुरत है. हालांकि जंकर ने चेतावनी दी कि अनुच्छेद 50 (ईयू संधि का उपबंध जो संगठन से बाहर निकलने के लिए दो साल की अवधि की प्रक्रिया तय करता है) का इस्तेमाल करने से पहले महीनों का समय नहीं है. लग्जमबर्ग के प्रधानमंत्री जेवियर बेटेल ने बुधवार को कहा कि ब्रिटेन के अलग होने के विरोध में हमें एक एकीकृत यूरोप की जरुरत है. कैमरन कल की बैठक के बाद लंदन लौट गए. वहीं स्टरजन ब्रसेल्स गई ताकि उनका देश एक अलग इकाई के रुप में संगठन में शामिल हो सके.
उन्होंने बताया कि स्कॉटलैंड ने पिछले बृहस्पतिवार को हुए वोट में ईयू में बने रहने का जोरदार समर्थन किया था. वह स्कॉटलैंड का संबंध और ईयू में जगह संरक्षित रखने को लेकर पूरी तरह से दृढता से प्रतिबद्ध हैं. स्टरजन ने कहा कि स्कॉटलैंड की स्वतंत्रता के लिए एक नये जनमत संग्रह की जरूरत होगी. उन्होंने आज सुबह ईयू संसद अध्यक्ष मार्टिन स्कल्ज से मुलाकात की और बाद में जंकर के साथ वार्ता की.