दुतेर्ते ने फिलीपीन के 16वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली

मनीला : अपराध के खिलाफ कठोर एवं बेहद विवादास्पद युद्ध छेडने का वादा करने वाले तेजतर्रार नेता रोड्रिगो दुतेर्ते ने फिलीपीन के राष्ट्रपति के रूप में आज शपथ ग्रहण की. दुतेर्ते ने परंपरा के विपरीत फिलीपीन के पूर्ववर्ती नेताओं की तरह बडी जनसभा के बजाए मलाकानांग राष्ट्रपति भवन के भीतर दर्शकों की छोटी की संख्या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2016 1:23 PM

मनीला : अपराध के खिलाफ कठोर एवं बेहद विवादास्पद युद्ध छेडने का वादा करने वाले तेजतर्रार नेता रोड्रिगो दुतेर्ते ने फिलीपीन के राष्ट्रपति के रूप में आज शपथ ग्रहण की. दुतेर्ते ने परंपरा के विपरीत फिलीपीन के पूर्ववर्ती नेताओं की तरह बडी जनसभा के बजाए मलाकानांग राष्ट्रपति भवन के भीतर दर्शकों की छोटी की संख्या के समक्ष शपथ ग्रहण की दुतेर्ते ने शपथ ग्रहण करने के बाद कहा, ‘कोई नेता, कितना भी मजबूत क्यों न हो, वह राष्ट्रीय महत्ता वाली किसी भी चीज में तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक उसे उन लोगों का समर्थन एवं सहयोग नहीं मिलता जिनके नेतृत्व का उसे कार्यभार सौंपा गया है.’

दावाओ के मेयर के रूप में लंबे समय तक सेवाएं देने वाले दुतेर्ते के अपराध विरोधी कार्यक्रम में मृत्युदंड को फिर से लागू करना, सुरक्षा सेवाओं को सीधे गोली मारे के आदेश जारी करना और नशीले पदार्थों के व्यापार में शामिल लोगों के शवों के लिए उन्हें पुरस्कार देने का प्रस्ताव देने जैसी योजनाएं शामिल हैं. उन्होंने फिलीपीन के आम नागरिकों से भी संदिग्ध अपराधियों को जान से मारने को कहा है.

शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाकर और बच्चों के लिए रात में कर्फ्यू लगाकर सामाजिक स्वतंत्रता पर लगाम लगाना दुतेर्ते (71) की कानून-व्यवस्था बनाए रखने की नीति का एक अन्य अहम हिस्सा है. दुतेर्ते ने एक भडकाउ मुहिम के बाद पिछले महीने हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारी बहुमत से जीत हासिल की थी. उन्होंने अपनी मुहिम में तत्कालीन राष्ट्रपति बेनिग्नो एक्विनो की कथित असफलताओं को रेखांकित किया था.

कार्यकाल शुरू होने से पहले ही दुतेर्ते एक आस्ट्रेलियाई मिशनरी के बलात्कार के संबंध में मजाक करने को लेकर अहम सहयोगियों अमेरिका एवं आस्ट्रेलिया के दूतों से निशाने पर आ गए. आस्ट्रेलियाई मिशनरी की यौन उत्पीडन करने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. चुने जाने के बाद उनके उस बयान की संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भी आलोचना की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले 30 वर्षों में फिलीपीन में जिन पत्रकारों की हत्या हुई, उनमें से कुछ इसी के हकदार थे.

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