बांग्लादेश: आतंकी हमले की जांच में मदद करेगा अमेरिका!

वॉशिंगटन : बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक कैफ़े में शुक्रवार रात हुए हमले की जांच में मदद अमेरिका कर सकता है. इस संबंध में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से फोन पर बात की. इस बातचीत के दौरान उन्होंने आतंकी हमले के संदर्भ में एफबीआई सहित अमेरिकी कानूनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2016 10:10 AM

वॉशिंगटन : बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक कैफ़े में शुक्रवार रात हुए हमले की जांच में मदद अमेरिका कर सकता है. इस संबंध में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से फोन पर बात की. इस बातचीत के दौरान उन्होंने आतंकी हमले के संदर्भ में एफबीआई सहित अमेरिकी कानूनी एजेंसियों की सहायता देने की पेशकश की. ढाका स्थित रेस्तरां पर हुए हमले में आतंकियों ने बंधक बना कर 20 लोगों को मार डाला था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया ‘‘विदेश मंत्री ने बांग्लादेश की सरकार को हमले की उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार जांच करने के लिए प्रोत्साहित किया और एफबीआई सहित अमेरिकी कानूनी एजेंसियों की सहायता देने की पेशकश की.” प्रवक्ता ने बताया कि ढाका के उच्च सुरक्षा वाले राजनयिक जोन में होले आर्टिजन रेस्तरां पर हुए आतंकी हमले के संदर्भ में केरी ने कल हसीना को फोन किया था.

उन्होंने बताया कि केरी ने उन आतंकियों के हाथों लोगों की जान जाने पर अफसोस जताया ‘‘जो अमेरिका, बांग्लादेश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए खतरा हैं.” किर्बी ने कहा ‘‘उन्होंने हमले की साजिश रचने वालों और इसे अंजाम देने वालों को न्याय के दायरे में लाने और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए बांग्लादेश के प्रयासों के प्रति अमेरिका का समर्थन जताया.” ढाका में विदेशियों के बीच लोकप्रिय एक कैफे के अंदर घुस कर आंतकियों ने दो दिन पहले कई लोगों को बंधक बना लिया था. उनके हमले में एक भारतीय लडकी तारषि जैन सहित 20 बंधक मारे गए. बंधकों की रिहाई के लिए कमांडो अभियान चलाया गया था जिसमें छह आतंकी मारे गए और एक जीवित पकडा गया.

आतंकी हमले में जितने बंधक मारे गए उनमें से ज्यादातर के गले काटे गए थे. इस्लामिक स्टेट समूह ने हमले के करीब चार घंटे बाद अपनी अमाक समाचार एजेंसी के माध्यम से हमले की जिम्मेदारी ली. बहरहाल, बांग्लादेश ने हमले में इस्लामिक स्टेट की संलिप्तता से इंकार करते हुए इस आतंकी कहर के लिए देश के ही इस्लामिस्ट आतंकियों और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को जिम्मेदार बताया है.

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