हिलेरी के खिलाफ़ आपराधिक मामला नहीं- एफ़बीआई
ब्रजेश उपाध्याय बीबीसी संवाददाता, वॉशिंगटन अमरीकी जांच एजेंसी एफ़बीआई ने सरकारी काम के लिए निजी सर्वर और निजी ईमेल इस्तेमाल करने के मामले में हिलेरी क्लिटंन के ख़िलाफ़ आपराधिक मुकदमा नहीं दायर करने करने का फ़ैसला किया है. मंगलवार को एफ़बीआई के निदेशक जेम्स कोमी ने एक संवाददाता सम्मेलन में ये एलान करते हुए कहा […]
अमरीकी जांच एजेंसी एफ़बीआई ने सरकारी काम के लिए निजी सर्वर और निजी ईमेल इस्तेमाल करने के मामले में हिलेरी क्लिटंन के ख़िलाफ़ आपराधिक मुकदमा नहीं दायर करने करने का फ़ैसला किया है.
मंगलवार को एफ़बीआई के निदेशक जेम्स कोमी ने एक संवाददाता सम्मेलन में ये एलान करते हुए कहा कि इस गहन जांच के बाद उनकी राय है कि इस मामले में क्लिंटन के ख़िलाफ़ कोई आरोप दाखिल करना उचित नहीं होगा.
लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि एफ़बीआई को इस बात के सबूत ज़रूर मिले कि ईमेल के संचालन में क्लिंटन ने "बेहद लापरवाही" का परिचय दिया और कम से कम 110 ईमेल ऐसे थे जिनमें गोपनीय जानकारी थे.
एफ़बीआई निदेशक का कहना था कि पूरे विदेश विभाग में ही ईमेल की सुरक्षा को लेकर एक ढुलमुल रवैया था लेकिन हिलेरी क्लिंटन की तरफ़ से निजी ईमेल का इस्तेमाल किसी ग़लत मक़सद या नीयत से किया गया इस तरह के सबूत उन्हें नहीं मिले हैं.
एफ़बीआई के इस एलान से डेमोक्रैटिक पार्टी की तरफ़ से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हिलेरी क्लिंटन के चुनावी अभियान को बहुत बड़ी राहत मिली है.
ये पूरा मामला तब का है जब हिलेरी क्लिंटन अमरीका की विदेश मंत्री थीं और उन्हें विदेश विभाग के सरकारी ईमेल की जगह अपने निजी सर्वर से नियंत्रित अपने निजी ईमेल का इस्तेमाल किया.
साल भर चली इस जांच के परिणाम अब न्याय मंत्रालय को सुपुर्द कर दिए गए हैं और आख़िरी फ़ैसला अमरीकी ऐटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच का होगा लेकिन माना जा रहा है कि ये एफ़बीआई के फ़ैसले से अलग नहीं होगा.
हिलेरी क्लिंटन के लिए ये पूरा मामला एक बहुत बड़ा राजनीतिक सरदर्द बना रहा है.
पार्टी की उम्मीदवारी की रेस के दौरान हुए कई सर्वेक्षणों में विश्वास और ईमानदारी के मुद्दों पर मतदाताओं ने उन्हें बेहद कम नंबर दिए हैं.
रिपब्लिकन पार्टी के उनके विरोधियों ने भी इस विवाद का उदाहरण देते हुए कहा है कि क्लिंटन परिवार ख़ुद को क़ानून से ऊपर मानता है.
पिछले हफ़्ते एक हवाई पट्टी पर बिल क्लिंटन का ऐटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच से उनके विमान के अंदर जाकर मिलना भी काफ़ी विवादास्पद रहा.
उसके दो दिन बाद ही एफ़बीआई ने हिलेरी क्लिंटन से लगभग साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की और उसके बाद जेम्स कोमी ने ये एलान किया.
रिपबलिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप ने एफ़बीआई के फ़ैसले की तीखी आलोचना की है और कहा है कि ये दिखाता है पूरा तंत्र हेराफेरी से चल रहा है.
कांग्रेस में प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पॉल रायन ने भी एफ़बीआई के फ़ैसले की कड़ी आलोचना की है.
हिलेरी क्लिंटन के चुनावी अभियान के प्रवक्ता ने एफ़बीआई के फ़ैसले का स्वागत करते हुए कहा है वो इससे काफ़ी संतुष्ट हैं.
प्रवक्ता ब्रायन फ़ैलन का कहना था, "क्लिंटन पहले ही कह चुकी हैं कि निजी ईमेल का इस्तेमाल करना ग़लत था और वो आगे कभी ऐसा नहीं करेंगी. हमें खुशी है कि ये मामला अब साफ़ हो गया है."
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