प्यूर्तो रीको में जीका के मामले बढने पर अमेरिका ने की हवाई छिडकाव की अपील

सेन जुआन : प्यूर्तो रीको में हर दिन 50 गर्भवती महिलाओं के जीका की चपेट में आने पर अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि वह इस अमेरिकी क्षेत्र से अपील करते हैं कि वह मच्छर जनित इस वायरस को और अधिक फैलने से रोकने के लिए हवाई मार्ग से छिडकाव के बारे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2016 10:58 AM

सेन जुआन : प्यूर्तो रीको में हर दिन 50 गर्भवती महिलाओं के जीका की चपेट में आने पर अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि वह इस अमेरिकी क्षेत्र से अपील करते हैं कि वह मच्छर जनित इस वायरस को और अधिक फैलने से रोकने के लिए हवाई मार्ग से छिडकाव के बारे में गंभीरता के साथ विचार करे. यह चेतावनी एक ऐसे समय पर आई है जब प्यूर्तो रिको में यह बहस छिडी हुई है कि कीटनाशी ‘नेल्ड’ का धुंआ किया जाए या नहीं. इस प्रस्ताव से इस क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. विरोध करने वाले इस कीटनाशी के मानवस्वास्थ्य और वन्य जीवन पर पडने वाले प्रभाव को लेकर चिंता जता रहे हैं.

यूएस सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के निदेशक डॉ टॉम फ्रीडेन ने कल एपी को बताया कि हवाई मार्ग से छिडकाव इस वायरस से लडने के लिए इस द्वीप का सर्वश्रेष्ठ रक्षा उपाय हो सकता है. इस वायरस के कारण माइक्रोसीफेली हो सकता है, जो बच्चों में पाए जाने वाली एक दुर्लभ विसंगति है. इसमें बच्चे असामान्य रुप से छोटे सिर और क्षतिग्रस्त दिमाग के साथ पैदा होते हैं. उन्होंने कहा कि इस द्वीप पर मच्छरों को नियंत्रित करने वाले एकीकृत कार्यक्रम का अभाव है.

उन्होंने कहा, ‘यदि अमेरिकी द्वीप के किसी भी हिस्से में प्यूर्तो रीको की तरह जीका का प्रसार होता, तो उन्होंने कई माह पहले छिडकाव कर लिया होता.’ ‘यहां सबसे बडा सवाल नजरअंदाज किए जाने का है. यदि हम बच्चों के माइक्रोसीफेली से पीडित होकर पैदा होने का इंतजार करते रहेंगे तो बहुत देर हो जाएगी.’ प्यूर्तो रीको की सरकार के अधिकारी अब भी इस मुद्दे पर बहस कर रहे हैं. बढते विरोध प्रदर्शनों के बीच कानून निर्माता जन सुनवाई कर रहे हैं. प्यूर्तो रीको में अब तक जीका के लगभग 2400 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 44 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया और एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है.

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