श्रीलंका के प्रोजेक्ट पर चीन ने इशारों में कहा, चिंता ना करे भारत
कोलंबो/ नयी दिल्ली : चीन अपनी विदेश नीति की दिशा भारत को सामने रख कर बनाता रहा है. चीन का पाकिस्तान के साथ गहरा संबंध और भारत को प्रभावित करने वाले अन्य देशों के साथ उसकी नजदीकी इस ओर इशारा करती है. पाकिस्तान में निवेश और निर्माण के कई ऐसे काम चीन कर रहा है […]
कोलंबो/ नयी दिल्ली : चीन अपनी विदेश नीति की दिशा भारत को सामने रख कर बनाता रहा है. चीन का पाकिस्तान के साथ गहरा संबंध और भारत को प्रभावित करने वाले अन्य देशों के साथ उसकी नजदीकी इस ओर इशारा करती है. पाकिस्तान में निवेश और निर्माण के कई ऐसे काम चीन कर रहा है जो पाकिस्तान को आर्थिक और तकनीकी तौर पर मजबूत बना रहा है.
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने संकेत में भारत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि श्रीलंका के साथ उनके संबंधों का असर किसी और देश पर नहीं पड़ेगा. यी इस महीने बाद में होने जा रही श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की चीन यात्रा से पहले श्रीलंका की तीन दिवसीय सरकारी यात्रा पर हैं.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश नीति पर विशेष ध्यान देते हैं. भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए दूसरे देशों से और गहरे संबंध स्थापित कर रहा है. भारत ने पहले भी पाकिस्तान समेत दूसरे देशों में किये जा रहे निर्माण पर चिंता प्रकट की है. श्रीलंका में 1.5 अरब डॉलर की कोलंबो बंदरगाह शहर परियोजना को लेकर भारत ने चिंता जतायी थी. इस परियोजना में समुद्र में चीन द्वारा काम किया जाना है. चीन के विदेश मंत्री यी ने कहा, 21 वीं सदी के समुद्री रेशम मार्ग को प्राथमिकता बनाने की मंशा है और वह श्रीलंका को हिंद महासागर में नौवहन केंद्र बनने में मदद पहुंचाना चाहता है.
चीन कई देशों में निवेश कर रहा है आपसी सहयोग से सड़क, जलमार्ग के साथ रेल मार्ग का भी निर्माण कर रहा है. पाकिस्तान में कई ऐसे क्षेत्र हैं जो भारत की सीमा से सटे हैं जीन की गतिविधियां इन इलाकों में भी देखी जा रही है. इन गतिविधियों पर भारत अपनी गंभीर चिंता जताता रहा है.