नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक मानवीय कदम के तहत दक्षिण सूडान स्थित भारतीय दूतावास को आज निर्देश दिया कि वह हिंसाग्रस्त देश में फंसे मधुमेह रोग से पीडित कई भारतीयों को इंसुलिन उपलब्ध कराए. सुषमा के आदेश के बाद मधुमेह पीडि़त भारतीयों को इंसुलिन पहुंचा दी गयी. सुषमा ने दूतावास को निर्देश तब दिया जब नेहा हिमेश ने ट्वीट के जरिए यह कहते हुए सुषमा से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया कि जुबा में एक होटल में फंसे रोगियों को तत्काल इंसुलिन की आवश्यकता है. विदेश मंत्री ने कहा, ‘मैंने ब्यौरा दक्षिण सूडान स्थित हमारे दूतावास को दे दिया है. उन तक जल्द ही इंसुलिन दवाएं पहुंचाई जाएंगी.’
सुषमा ने एक दिन पहले सिलसिलेवार ट्वीट में कहा था, ‘दक्षिण सूडान में हमारे राजदूत श्रीकुमार मेनन ने आपके रिश्तेदारों से बात की है. कृपया चिंतित न हों. कल उनके पास इंसुलिन दवाएं पहुंच जाएंगी.’
भीषण लडाई के बाद जुबा में संघर्षविराम घोषित
दक्षिण सूडान की राजधानी जुबा में सैनिकों और पूर्व विद्रोहियों के बीच भीषण लडाई के बाद राष्ट्रपति और उनसे अलग हो गए उप राष्ट्रपति ने आज संघर्षविराम का एलान किया. राष्ट्रपति सल्वा किर ने सोमवार की शाम संघर्षविराम का आदेश दिया जिससे चार दिनों से चल रहे भीषण सैन्य संघर्ष पर विराम लगने की उम्मीद है. उनके बाद पूर्व विद्रोही एवं उप राष्ट्रपति रीक मैचर ने भी संघर्ष विराम का आह्वान किया.
सूचना मंत्री माइकल माकुई ने कहा, ‘राष्ट्रपति ने शांति समझौते को सच्ची भावना के साथ लागू रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है और ऐसे में उन्होंने शत्रुता तत्काल खत्म करने का निर्देश दिया है.’ पूर्व विद्रोही मैचर ने अपने वफादार सैनिकों से कहा कि वे लडाई बंद करें. संयुक्त राष्ट्र ने सेना और पूर्व विद्रोहियों के बीच हिंसा को लेकर चिंता जताई. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने हथियरों पर तत्काल रोक लगाने का आह्वान किया तथा सुरक्षा परिषद से कहा कि लडाई में शामिल लोगों के विरुद्ध प्रतिबंध लगाए जाएं.