तुर्की में तख्तापलट की कोशिश नाकाम: सड़कों पर दौड़े टैंक, हेलीकॉप्टर से फायरिंग, 265 की मौत
अंकारा : तुर्की में तख्तापलट की सेना के एक गुट की कोशिशों को जनता और वफादार सैनिकों ने असफल कर दिया. शुरुआत शुक्रवार की मध्य रात से हुई, जब सेना के हवाई हमले में 17 पुलिस अफसरों की जान चली गयी. इसके बाद संसद के बाहर कई विस्फोट हुए. राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के आवास […]
अंकारा : तुर्की में तख्तापलट की सेना के एक गुट की कोशिशों को जनता और वफादार सैनिकों ने असफल कर दिया. शुरुआत शुक्रवार की मध्य रात से हुई, जब सेना के हवाई हमले में 17 पुलिस अफसरों की जान चली गयी. इसके बाद संसद के बाहर कई विस्फोट हुए. राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के आवास के पास बम बरसाये गये. अब तक 104 विद्रोहियों समेत 265 लोगों की मौत हुई है. 1400 से ज्यादा घायल हुए हैं. बगावत करनेवाले 3000 से ज्यादा अफसर व जवान गिरफ्तार किये गये हैं.
27 सौ से ज्यादा जजों को हटाया गया है. तुर्की के कार्यवाहक सेना प्रमुख ने कहा है कि सेना के अंसतुष्ट सैनिकों की ओर से राष्ट्रपति एर्दोगन से सत्ता कब्जाने की कोशिश को विफल कर दिया है. बाद में पूरे देश पर नियंत्रण फिर हासिल कर लिया है. वहीं, राष्ट्रपति रेचप तैयब अर्दोआन की अपील पर हजारों लोग तख्तापलट षड्यंत्रकारियों के खिलाफ सड़कों पर उतरे.
इस बीच स्पोर्ट्स इवेंट के लिये गये 148 छात्र समेत करीब दो सौ भारतीय फंसे हुए हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिल्ली में कहा कि सभी सुरक्षित हैं, उनकी वापसी के प्रयास किये जा रहे हैं. इधर, तुर्की की संसद के विशेष सत्र में तख्तापलट की निंदा की है. देश के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरिम ने संसद को जानकारी दी कि विद्रोही सैनिक नहीं, बल्कि चरमपंथी हैं. राष्ट्रपति अर्दोआन ने फतहुल्लाह गुलेन पर तख्ता पलट की साजिश रचने का आरोप लगाया है.
जनता की ताकत से हार गये बागी सैनिक
तुर्की: तख्तापलट की कोशिश नाकाम, 265 लोगों की मौत, 1440 घायल, 3000 बागी सैनिक गिरफ्तार तुर्की में सेना के एक गुट द्वारा तख्तापलट की कोशिश नाकाम रही. लेकिन, गोलीबारी में करीब 265 लोगों की मौत हो गयी. तुर्की संसद की आपात बैठक में सभी दलों ने एक स्वर से तख्तापलट की निंदा की.