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बुधवार से शुरू होगा श्रावण मेला, तीन दिनों का महायोग

नवरात्रा पर जिस तरह से मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है, रामनवमी पर भगवान राम की आराधना की जाती है, उसी तरह से आषाढ़ मास की पूर्णिया का दिन गुरु के नाम समर्पित होता है.इस दिन गुरु की पूजा करने का काफी महत्व है. ज्योतिषियों की मानें, तो मंगलवार को गुरु पूर्णिमा होगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2016 6:27 AM
नवरात्रा पर जिस तरह से मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है, रामनवमी पर भगवान राम की आराधना की जाती है, उसी तरह से आषाढ़ मास की पूर्णिया का दिन गुरु के नाम समर्पित होता है.इस दिन गुरु की पूजा करने का काफी महत्व है. ज्योतिषियों की मानें, तो मंगलवार को गुरु पूर्णिमा होगा. मंगलवार को पूरा दिन पूर्णिमा है, इस कारण गुरु की पूजा पूरे दिन कभी भी की जा सकती है. गुरु पूर्णिमा के दूसरे दिन सावन शुरू हो जायेगा. सावन के शुरू होने के साथ ही श्रावणी मेला भी शुरू हो जायेगा. इस बार सावन में तीन दिनों का महायोग भी हो है. ये तीन दिन भगवान शिव को समर्पित होंगे.
31 जुलाई, एक अगस्त और दो अगस्त को महायोग बन रहा है. 31 अगस्त को जहां भदोष व्रत है. वहीं एक अगस्त को चतुर्दशी सोमवार और मास शिवरात्री हो रहा है. इसके अगले दिन दो अगस्त को सोमवती अमावस्या है. इन तीन दिनों को महायोग कई सालों के बाद हो रहा है. इस बार सावन में चार सोमवारी में ही व्रत हो सकेंगे. नागपंचमी इस बार रविवार यानी 24 जुलाई को है.
गुरु पूर्णिमा पर मंगलवार को लौटेगी रथयात्रा : पटना सिटी. शिव उपासना का माह सावन बुधवार अर्थात 20 जुलाई से आरंभ हो रहा है. मंगलवार, 19 जुलाई को आषाढ़ माह की गुरु पूर्णिमा के मौके पर धार्मिक अनुष्ठान के बीच भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा भी वापस जगन्नाथ मंदिर में लौटेगी.
साथ ही मंदिरों व अन्य जगहों पर गुरु पूर्णिमा के मौके पर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. वहीं, गंगा की आरती के लिए भी घाटों पर तैयारी की गयी है. सावन पर भक्तों की ओर से शिवालयों को सजाने का काम चल रहा है. ऐतिहासिक शिव मंदिरों में रंग-रोगन व साफ-सफाई का काम चल रहा है. इसे रंगीन बल्बों से सजाया जायेगा.
बाबा के शृंगार व रुद्राभिषेक की तैयारी : सावन में पड़नेवाले चारों सोमवारी को बाबा का शृंगार कैसा होगा. इसके लिए भी योजना बनायी गयी है. प्रतिदिन शाम में शिव का शृंगार होगा. लेकिन, सोमवारी को विशेष शृंगार किया जायेगा. सोमवार को मंदिरों में जलाभिषेक व शृंगार की व्यवस्था की गयी है. इसके साथ ही शिव मंदिरों में अखंड कीर्तन व अन्य धार्मिक अनुष्ठान होंगे. शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी के महंत विजय शंकर गिरि और पंडित ओंकार नाथ शर्मा के अनुसार सावन में चार सोमवारी पड़ेंगे.
25 जुलाई : प्रथम सोमवारी
01 अगस्त : द्वितीय सोमवारी
08 अगस्त : तृतीय सोमवारी
15 अगस्त : चतुर्थ सोमवारी
प्रमुख पर्व
30 जुलाई : कामदा एकादशी
07 अगस्त : नागपंचमी
14 अगस्त : पुत्रदा एकादशी
18 अगस्त : रक्षाबंधन

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