रिपब्लिकन पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा, मोदी, ट्रंप होंगे स्वाभाविक जोड़ीदार
क्लेवलैंड: अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप स्वाभाविक जोडीदार होंगे तथा उनके नेतृत्व में दो सबसे बडे लोकतांत्रिक देशों के बीच संबंध नई उचाइयों पर पहुंचेंगे और दुनिया पहले से सुरक्षित एवं बेहतर होगी. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के […]
क्लेवलैंड: अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप स्वाभाविक जोडीदार होंगे तथा उनके नेतृत्व में दो सबसे बडे लोकतांत्रिक देशों के बीच संबंध नई उचाइयों पर पहुंचेंगे और दुनिया पहले से सुरक्षित एवं बेहतर होगी.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के पूर्व स्पीकर न्यूट गिंगरिच ने ‘रिपब्लिकन हिंदू कोअलिशन’ की ओर से आयोजित सुबह के नाश्ते के दौरान कहा, ‘‘‘ट्रंप (राष्ट्रपति के तौर पर) अमेरिका के बहुत प्रखर रक्षक होंगे. श्री मोदी भारत के बहुत प्रखर रक्षक हैं. दोनों को इस बात की समझ है कि वे अपने देशों के लिए चीजें हासिल करने और संभालने का प्रयास कर रहे हैं.’ ट्रंप के नजदीकी माने जाने वाले गिंगरिच ने कहा कि ट्रंप स्वभाविक रूप से सबको साथ लाने वाले व्यक्ति हैं, जबकि मोदी भी जानते हैं कि लोगों को कैसे साथ लाना है.
गिंगरिच ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘वे दोनों जानते हैं कि कैसे बातचीत करनी है. मुझे लगता है कि उस समय लोग हैरान रह जाएंगे जब ये दोनों कमरे में बैठकर बातचीत करेंगे और चीजों का हल निकालेंगे। इसलिए मुझे लगता है कि दोनों बहुत आत्मविश्वासी हैं. दोनों को एक दूसरे का साथ पसंद आयेगा.’ गिंगरिच उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री रहते उनके साथ संबंध स्थापित किया था.
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी बेहतरीन नेता हैं जो भारत में उद्यमियों और स्वतंत्र उपक्रमों की पैरोकारी करते हैं. गुजरात में उनके रिकॉर्ड को देखिए, वास्तव में बेहतरीन चीज हुई है. देखिए, दिल्ली में वह क्या हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं. वह कम से कम नौकरशाही, कम से कम लाल फीताशाही को रखने का प्रयास कर रहे है.’ रिपब्लिकन नेता ने कहा कि वह मोदी के हालिया वाशिंगटन दौरे और कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किए जाने से उत्साहित हैं.उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के गलत हाथों में जाने का खतरा है और ऐसे में उसके हथियारों को सुरक्षित करने की जरूरत है