PM नरेंद्र मोदी ने म्यूनिख हमले की निंदा की, अमेरिका ने व्यक्त की चिंता

नयी दिल्ली/वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यूनिख में हुए ‘भयंकर’ हमले की आज निंदा करते हुए कहा कि वे मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. एक ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘म्यूनिख में हुए भयानक हमले से हम सकते में हैं. इस हमले में मारे गए और घायल हुए लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2016 9:48 AM

नयी दिल्ली/वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यूनिख में हुए ‘भयंकर’ हमले की आज निंदा करते हुए कहा कि वे मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. एक ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘म्यूनिख में हुए भयानक हमले से हम सकते में हैं. इस हमले में मारे गए और घायल हुए लोगों के साथ हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं हैं.’ जर्मनी के म्यूनिख के एक मॉल में एक हथियारबंद व्यक्ति ने गोलीबारी की थी. इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हैं.

अमेरिका ने की जांच में समर्थन की पेशकश

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने म्यूनिख में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के साथ ही इसकी जांच में जर्मनी को पूर्ण समर्थन की पेशकश की है. म्यूनिख में एक भीड़भाड़ वाले शापिंग माल में हुए आतंकवादी हमले में नौ लोग मारे गए हैं. यह हमला कल शाम हुआ था जिसमें नवीनतम आंकडों के अनुसार 21 लोग घायल हुए हैं. ओबामा व्हाइट हाउस में कहा, ‘जर्मनी हमारे करीबी सहयोगियों में से एक है, इसलिए हम उसे हालात से निपटने के लिए जो भी जरुरी सहयोग है वह मुहैया कराएंगे.’

उनके प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कहा कि अमेरिका कडे शब्दों में इस हमले की निंदा करता है जिसने जर्मनी के म्यूनिख में निर्दोष लोगों की जान ले ली. उन्होंने कहा, ‘हमें अभी तक सभी तथ्यों का पता नहीं है लेकिन हमें यह पता है कि इस जघन्य कार्रवाई में यूरोप के सर्वाधिक जीवंत शहरों में से एक शहर में मासूम लोगों की जान चली गयी है. हमारी संवेदनाएं पीडितों के परिजन के साथ हैं. हम साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’

विदेश विभाग के प्रवक्ता जान किर्बी ने कहा कि अमेरिका जर्मन अधिकारियों के साथ संपर्क में है और हमारी घनिष्ठ सहयोगी की ओर से आने वाली किसी भी अपील पर किसी भी तरह की पूरी सहायता मुहैया कराने को तैयार है. सीनेटर मार्क किर्क ने सवाल किया कि ओबामा प्रशासन अमेरिकी धरती पर ऐसे हमलों को टालने के लिए क्या कदम उठा रहा है.

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