अब उत्तराखंड की सीमा पर चीन की घुसपैठ!
नयी दिल्ली: अरुणाचल व लेह के बाद चीन की सेना ने अब उत्तराखंड में घुसपैठ की है. 19 जुलाई को चीन की सेना ने उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत की थल और वायु सीमा का अतिक्रमण कर घुसपैठ की. चीनी सैनिक एक विसैन्यीकृत क्षेत्र में तैनात हो गये और पांच मिनट से ज्यादा समय […]
नयी दिल्ली: अरुणाचल व लेह के बाद चीन की सेना ने अब उत्तराखंड में घुसपैठ की है. 19 जुलाई को चीन की सेना ने उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत की थल और वायु सीमा का अतिक्रमण कर घुसपैठ की. चीनी सैनिक एक विसैन्यीकृत क्षेत्र में तैनात हो गये और पांच मिनट से ज्यादा समय तक उनका हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सीमा में मंडराता रहा. बाराहोती इलाके में हुई इस घटना के बाद भारत का सुरक्षा तंत्र इस क्षेत्र में तिब्बत से सटी 350 किलोमीटर लंबी सीमा के पास की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा में जुट गया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस घटना को ‘चिंता का विषय’ करार देते हुए उम्मीद जतायी है कि केंद्र सरकार सीमा पर निगरानी बढ़ाने के उनके अनुरोध पर ध्यान देगी. दूसरी ओर, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि आइटीबीपी को मामला देखने के लिए कहा गया है.
सूत्रों के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को इलाके में तब देखा गया, जब राज्य सरकार के अधिकारी आइटीबीपी के जवानों के साथ बाराहोती मैदान का मुआयना करने गये थे. सूत्रों ने बताया कि चीनी सैनिकों ने अधिकारियों की टीम को वापस भेज दिया. पीएलए के सैनिकों ने दावा किया कि यह उनका इलाका है. चीनी सैनिक इस इलाके को ‘वू-जे’ कह रहे थे. बाद में पाया गया कि एक चीनी हेलीकॉप्टर वापस अपने देश की सीमा में जाने से पहले करीब पांच मिनट तक बाराहोती मैदान के ऊपर मंडराता रहा. सूत्रों ने आशंका जतायी कि अपने रेकी मिशन के दौरान चीनी हेलीकॉप्टर ने इलाके की तसवीरें ले ली होंगी.
लेह में की थी जासूसी
उत्तर पूर्व में सीमा पर चीन की ओर से घुसपैठ की खबरें आती रही हैं. इसके अलावा लेह पर भारत से सटी सीमा पर चीन की सेना कई बार घुसपैठ को अंजाम दे चुकी है. हाल ही में लेह इलाके में चीन की ओर से आ रहे जासूसी भरे फोन कॉल्स की बात भी सामने आयी थी. सितंबर, 2014 में लद्दाख के चुमार में करीब एक हजार चीनी सैनिक घुस आये थे.
छह माह में घुसपैठ के 556 मामले
पिछले छह माह में भारत के उत्तर पश्चिमी, उत्तर पूर्वी और पूर्वी सीमाओं पर घुसपैठ के 556 मामले सामने आये हैं. गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने राज्यसभा को यह जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर पश्चिमी सीमा पर 31 मामले, उत्तर पूर्वी सीमा पर 74 मामले और पूर्वी सीमा पर 451 मामले घुसपैठ के हुए. बांग्लादेश व पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ, नेपाल और भूटान सीमा पर एसएसबी, जबकि म्यांमार सीमा पर असम राइफल्स गश्त व तलाशी अभियान चलाता है.
उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत ने कहा कि हमारा बॉर्डर अपेक्षाकृत शांत रहा है. हमने पहले भी सरकार से कहा है कि यहां निगरानी बढ़ाइए. मुझे लगता है कि भारत सरकार आवश्यक कार्रवाई करेगी.
बाराहोती : हथियार की मनाही, सिविल ड्रेस में गश्त
बाराहोती ‘मध्य सेक्टर’ की तीन सीमा चौकियों में से एक है, जहां आइटीबीपी को हथियार ले जाने की अनुमति नहीं है. 1958 में दोनों देश इस मैदान को विवादित मानते हुए सेना नहीं भेजने पर सहमत हुए थे. 62 के युद्ध के बाद आइटीबीपी के जवान गैर लड़ाकू तरीके से गश्त किया करते थे. भारतीय पक्ष जून, 2000 में सहमत हुआ कि जवान कौरिल व शिपकी चौकियों में बिना हथियार सिविल ड्रेस में गश्त करेंगे.