लाहौर: मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद के दावों ने एक बार फिर पाकिस्तान की पोल खोल दी है. आतंकी सईद ने दावा किया है कि लश्कर-ए-तैयबा के सरगना ने मुठभेड़ में मारे गए हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के जनाजे का नेतृत्व किया था. इस बात के सामने आने से कश्मीर घाटी में भारत विरोधी प्रदर्शनों में पाकिस्तानी आतंकी संगठन की भूमिका के भारत के आरोप को बल मिला है.
लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक सईद ने कहा कि बुरहान वानी शहीद होने के बाद जब उसका जनाजा निकाला गया तो उसमें शामिल होने के लिए लाखों कश्मीरी सडकों पर उतर आए. क्या आपने उस आदमी को देखा जिसे भीड अपने कंधों पर उठा रही थी? क्या आप उस युवक को जानते हैं जो जनाजे का नेतृत्व कर रहा था? क्या आपको पता है कि वह कौन है? वह एलईटी का ‘अमीर’ है.’ सईद ने यहां से करीब 185 किलोमीटर फैसलाबाद में एक रैली में यह बयान दिया.
सईद ने कहा कि एलईटी के ‘अमीर’ अबु दुजना ने इस महीने की शुरुआत में निकाले गए वानी के जनाजे का नेतृत्व किया. सुरक्षा बलों ने कश्मीर में एक मुठभेड में वानी को मार गिराया था.उसने यह दावा भी किया कि कश्मीरी अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी ने फोन कॉल कर उससे मदद मांगी थी.
सईद ने कहा कि आसिया अंद्राबी ने मुझे फोन किया और कहा, ‘‘मेरे पाकिस्तानी भाई कहां हैं? हम मुश्किल में हैं.’ उसने कहा, ‘‘मैंने अपने पाकिस्तानी भाइयों से उनके कॉल का जवाब देने को कहा. कश्मीर में एक समूह भेजने का तत्काल फैसला किया गया और तीन दिन के भीतर सारी तैयारियां कर ली गयीं. फैसलाबाद से कई लोग कश्मीर गए.’