बैटिंग मशीन राहुल की जमैका में ‘दबंगगिरी’
रविचंद्रन अश्विन ने जमैका में शनिवार को ही बता दिया था कि उनकी नज़र में लोकेश राहुल ‘बैटिंग मशीन’ हैं. इशारा साफ़ था. अश्विन बताना चाहते थे कि दूसरे टेस्ट के पहले दिन नाबाद 75 रन बनाने वाले लोकेश राहुल दूसरे दिन भी वेस्ट इंडीज के गेंदबाज़ों को राहत की सांस नहीं लेने देंगे. हुआ […]
रविचंद्रन अश्विन ने जमैका में शनिवार को ही बता दिया था कि उनकी नज़र में लोकेश राहुल ‘बैटिंग मशीन’ हैं.
इशारा साफ़ था. अश्विन बताना चाहते थे कि दूसरे टेस्ट के पहले दिन नाबाद 75 रन बनाने वाले लोकेश राहुल दूसरे दिन भी वेस्ट इंडीज के गेंदबाज़ों को राहत की सांस नहीं लेने देंगे.
हुआ भी यही. दूसरे दिन उनके रन बनाने की रफ़्तार थोड़ी धीमी हुई लेकिन उन्होंने पहले ही सेशन में शतक पूरा कर लिया.
करियर के तीसरे टेस्ट शतक तक पहुंचने के लिए उन्होंने वेस्ट इंडीज के चेज़ की ऑफ ब्रेक गेंद को हवा के रास्ते मिडऑन बाउंड्री के पार करा दिया.
इस शॉट को देखकर भारतीय टीम के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ट्विटर पर चहक उठे.
मुल्तान के तिहरे शतक समेत कई बार छक्के जड़कर शतक पूरा करने वाले सहवाग ने लिखा, "सर्वश्रेष्ठ दबंगगिरी जारी है. बीते महीने छक्के के साथ वनडे शतक पूरा किया. आज छक्के साथ टेस्ट शतक पूरा किया. तीनों टेस्ट शतक विदेशी ज़मीन पर."
लोकेश राहुल ने जून में जिम्बाब्वे के ख़िलाफ़ वनडे करियर का अपना पहला शतक भी छक्के के साथ पूरा किया था.
छठे टेस्ट की 11 वीं पारी में तीसरी बार शतक जमाने वाले राहुल ने इसके पहले दो टेस्ट शतक ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में बनाए थे.
उनकी इस पारी पर पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने भी बधाई दी.
लक्ष्मण ने ट्विटर पर लिखा, "शानदार शतक के लिए केएल राहुल को बधाई. ये देखकर बहुत खुश हूं कि एक युवा बल्लेबाज़ तीनों फॉर्मेट में प्रदर्शन कर रहा है. इसे जारी रखो."
ऐसा लगा कि राहुल ने लक्ष्मण की बात सुन ली है. शतक जमाने के बाद भी उनका बल्ला चलता रहा और रिकॉर्ड बनते गए.
वेस्ट इंडीज में करियर की पहली टेस्ट पारी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का भारतीय रिकॉर्ड राहुल ने अपने नाम कर लिया. उनके पहले ये रिकॉर्ड पॉली उमरीगर के नाम था. उमरीगर ने 1952-53 की सिरीज़ में वेस्ट इंडीज में खेली अपनी पहली पारी में 130 रन बनाए थे.
लोकेश राहुल की 303 गेंद लंबी पारी शेनोन गेब्रिएल ने थामी. आउट होने के पहले वो 15 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 158 रन बना चुके थे.
राहुल की बल्लेबाज़ी को लेकर जमैका के टेस्ट के पहले दिन अश्विन ने कहा था, "वो हर वक्त बल्लेबाज़ी करता रहता है. उसके रन बनाने को लेकर मैं हैरान नहीं हूं."
साथियों को हैरानी भले ही न हो लेकिन भारतीय टीम के लिए उनकी ज़बरदस्त पारी ने एक परेशानी ज़रूर खड़ी कर दी है. राहुल को चोटिल मुरली विजय की जगह प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई है.
अगर विजय फिट हो जाते हैं तो टीम मैनजमेंट को ये तय करना मुश्किल होगा कि तीसरे टेस्ट में किन दो ओपनरों को मौका दिया जाए.
हालांकि, ये चिंता बाद की है. फिलहाल तो भारतीय टीम लोकेश राहुल की पारी पर निसार है जिसने जमैका में उसे ड्राइविंग सीट दिला दी है.
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