रियो का लुत्‍फ उठा रहे हैं सचिन तेंदुलकर, आईओसी प्रमुख बाक से की मुलाकात

रियो डि जिनेरियो : सचिन तेंदुलकर ने रियो ओलंपिक से इतर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बॉक से मुलाकात की. इस मुलाकात को महान भारतीय क्रिकेटर ने ‘‘शानदार” बताया. भारतीय दल के सद्भावना दूत के तौर पर रियो में मौजूद तेंदुलकर ने बाक के साथ पहले दिन रग्बी का लुत्फ उठाया. इस खेल की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2016 10:24 PM

रियो डि जिनेरियो : सचिन तेंदुलकर ने रियो ओलंपिक से इतर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बॉक से मुलाकात की. इस मुलाकात को महान भारतीय क्रिकेटर ने ‘‘शानदार” बताया. भारतीय दल के सद्भावना दूत के तौर पर रियो में मौजूद तेंदुलकर ने बाक के साथ पहले दिन रग्बी का लुत्फ उठाया. इस खेल की 92 वर्ष बाद ओलंपिक स्पर्धाओं में वापसी हुई है.

आईओसी प्रमुख से मुलाकात के बाद तेंदुलकर ने ट्वीट किया, ‘‘रियो 2016 ओलंपिक में आईओसी प्रमुख थॉमस बाक के साथ समय व्यतीत करना शानदार रहा.” तेंदुलकर रियो में भारतीय खिलाडियों के प्रदर्शन को बहुत जिज्ञासा के साथ देख रहे हैं. वह सानिया मिर्जा और प्रार्थना थोंबारे के मैच के दौरान भी स्टैंड से उनका समर्थन करते नजर आये. उन्होंने भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ महिला युगल का मुकाबला देखा. पेस और उनके जोड़ीदार रोहन बोपन्ना पुरुष युगल के पहले ही दौर में हारकर पदक की दौड़ से बाहर हो गये थे.
विश्व रग्बी के मुख्य कार्यकारी ब्रेट गोस्पर ने डियोडोरु स्टेडियम के स्टैंड में सचिन की मौजूदगी का संज्ञान किया. सचिन वहां बाक के साथ बैठे थे. गोस्पर ने कहा, ‘‘सचिन पूरे सत्र यहां मौजूद थे और उन्हें यहां अच्छा लगा.” अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि वह 2024 ओलंपिक खेलों में क्रिकेट के ट्वेंटी-20 प्रारुप को शामिल करने पर जोर देगा या नहीं लेकिन गोस्पर को लगता है कि क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए ओलंपिक शानदार मंच होगा.
गोस्पर ने कहा, ‘‘उनके लिए क्रिकेट के लिहाज से रग्बी का ओलंपिक में शामिल होना दिलचस्प है और यह क्रिकेट के लिए अच्छी बात है.” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे निश्चित तौर पर लगता है कि एक विस्तृत मानसिकता के लिहाज से क्रिकेट जहां है तो ओलंपिक उनके लिए एक शानदार मंच होगा.”
गोस्पर ने साथ ही कहा, ‘‘क्रिकेट भी ओलंपिक के लिए अच्छा होगा.” उन्होंने कहा, ‘‘यकीनन इससे एक बहुत बड़ा भारतीय दर्शक वर्ग मिलेगा जोकि महत्वपूर्ण है और उन्हें देखना होगा कि उनका ट्वेंटी-20 प्रारुप ओलंपिक के अनुकूल होगा या नहीं. एक महत्वाकांक्षा के तौर पर हम इसका केवल समर्थन कर सकते हैं.”

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