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रियो ओलंपिक : नीदरलैंड से हारी भारतीय हॉकी टीम

रियो डि जिनेरियो : भारत ने मुकाबला खत्म होने से कुछ सेकेंड पहले पांच पेनल्टी कार्नर गंवाए जिससे रियो ओलंपिक की पुरुष हॉकी स्पर्धा में उसे गत उप विजेता नीदरलैंड के खिलाफ 1-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा. भारत की यह दूसरी हार है. नीदरलैंड ने अपने दोनों गोल पेनल्टी कार्नर पर रोजर होफमैन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2016 6:37 PM

रियो डि जिनेरियो : भारत ने मुकाबला खत्म होने से कुछ सेकेंड पहले पांच पेनल्टी कार्नर गंवाए जिससे रियो ओलंपिक की पुरुष हॉकी स्पर्धा में उसे गत उप विजेता नीदरलैंड के खिलाफ 1-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा. भारत की यह दूसरी हार है.

नीदरलैंड ने अपने दोनों गोल पेनल्टी कार्नर पर रोजर होफमैन (32वें मिनट) और मिंक वान डेर वीरडन (54वें मिनट) के जरिये किया. भारत ने भी अपना एकमात्र गोल वीआर रघुनाथ (38वें मिनट) के जरिये पेनल्टी कार्नर पर किया.

अंतिम लम्हों में हालांकि भारत ने कड़ी टक्कर दी. मुकाबले में जब सिर्फ चार मिनट बचे थे और भारत 1-2 से पिछड़ रहा था जब टीम ने गोलकीपर पीआर श्रीजेश की जगह एक अतिरिक्त फारवर्ड उतार दिया. भारत को इसका फायदा भी मिला जब उसे वीडियो रेफरल के जरिये मैच खत्म होने से छह सेकेंड़ पहले अपना चौथा पेनल्टी कार्नर मिला. इस पेनल्टी कार्नर के बाद भारत को लगातार चार और पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन चार शाट लेने वाले वाले रुपिंदर पाल सिंह और रघुनाथ ड्रैग फ्लिक के जरिये गोलकीपर याप स्काटमैन की अगुआई वाले नीदरलैंड के डिफेंस को भेदने में नाकाम रहे.

अपने दूसरे पूल बी मैच में अंतिम लम्हों में जर्मनी के खिलाफ शिकस्त के बाद भारत को एक और दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा. भारत अगर आज मैच ड्रा करा लेता तो क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर लेता. भारत को अपना अंतिम पूल मैच कनाडा के खिलाफ कल खेलना है. भारत पूल बी में छह अंक के साथ तीसरे स्थान पर चल रहा है. नीदरलैंड (10) और जर्मनी (09) पहले दो स्थान पर हैं जबकि अर्जेन्टीना चार अंक के साथ चौथे स्थान पर है.

भारत और नीदरलैंड दोनों ने सतर्क शुरुआत की. भारत ने शुरुआती 15 मिनट में गेंद को अपने कब्जे में अधिक रखा लेकिन गोल करने का कोई मौका नहीं बना पाया. नीदरलैंड की टीम ने भी भारत के खेल को परखने में समय लिया लेकिन टीम धीरे धीरे दबाव बनाने लगी. नीदरलैंड के लिए गोल करने का पहला अच्छा मौका हर्ट्जबर्गर के पास पर बनाया लेकिन दोनों की मौकों पर भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने चपलता दिखाते हुए विरोधी टीम को गोल से महरुम रखा.

अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे एसके उथप्पा और एसवी सुनील ने दायें छोर से अच्छा मूव बनाया लेकिन नीदरलैंड के डिफेंस को नहीं भेद पाए. पहले दो क्वार्टर गोलरहित रहने के बाद नीदरलैंड ने 32वें मिनट में होफमैन के जरिये बढ़त बनाई जिन्होंने पहले पेनल्टी कार्नर पर डेनी वान डेर मीरडन के शाट पर रिबाउंड पर गोल दागा. भारत ने हालांकि छह मिनट के भीतर रघुनाथ के गोल के जरिये बराबरी हासिल की जिन्होंने लगातार दो पेनल्टी कार्नर में से दूसरे को गोल में बदला.

तीसरे क्वार्टर के अंतिम लम्हों में नौ खिलाडियों से खेलने के बावजूद भारत ने विरोधी टीम को गोल नहीं करने दिया. क्वार्टर में जब तीन मिनट से कुछ अधिक का समय बचा था तब सुनील और रघुनाथ को अलग अलग घटनाओं में पीले कार्ड दिखाए गए.

नीदरलैंड ने तीसरे क्वार्टर में भारत पर दबाव बनाया. टीम को जल्दी जल्दी तीन पेनल्टी कार्नर मिले. श्रीजेश ने दो प्रयासों को तो नाकाम किया लेकिन मिंक वान डेर मीरडन ने तीसरे पर गोल दागकर नीदरलैंड को 2-1 की बढ़त दिला दी. भारत को इसके बाद छह पेनल्टी कार्नर मिले जिसमें से पांच अंतिम सेकेंडों में मिले लेकिन टीम बराबरी हासिल नहीं कर पाई.

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