‘‘ हमारे पास तेज हाथ हैं लेकिन तेज पैर नहीं ””
रियो डि जिनेरियो : भारतीय महिला हॉकी टीम के ओलंपिक में पदक की दौड़ से बाहर होने से निराश कोच नील हागुड ने कहा कि उनकी टीम में तेज रफ्तार हॉकी खेलने वाले खिलाड़ी नहीं थे. भारत को अर्जेंटीना ने 5-0 से हराया जो उसकी लगातार तीसरी हार थी. भारत ने एकमात्र अंक जापान से […]
रियो डि जिनेरियो : भारतीय महिला हॉकी टीम के ओलंपिक में पदक की दौड़ से बाहर होने से निराश कोच नील हागुड ने कहा कि उनकी टीम में तेज रफ्तार हॉकी खेलने वाले खिलाड़ी नहीं थे. भारत को अर्जेंटीना ने 5-0 से हराया जो उसकी लगातार तीसरी हार थी. भारत ने एकमात्र अंक जापान से पहला मैच ड्रॉ खेलकर हासिल किया.
हागुड ने कहा ,‘‘ हमारे पास तेज हाथ हैं लेकिन तेज पैर नहीं. यह बदलाव लोगों को लाना होगा. आपके पास सबसे बेहतरीन, प्रतिभाशाली और कुशल खिलाड़ी हो सकते हैं लेकिन यदि वे दौड़ नहीं सकते तो सब बेकार है. हमारे पास तेज रफ्तार एथलीट नहीं हैं.” यह पूछने पर कि टीम की हार की भारत में क्या प्रतिक्रिया होगी, कोच ने कहा ,‘‘ उम्मीद है कि ठीक होगी.
मैं काफी निराशा हूं लेकिन कई बार आप कहते हैं कि ये लड़कियां खेल सकती हैं. उम्मीद है कि देश में इसकी कद्र की जायेगी.” उन्होंने भारत के प्रदर्शन के बारे में कहा ,‘‘ कई बार ऐसे चरण थे जहां हमने अच्छा खेला और कई बार नहीं. यदि आपने 36 साल तक कुछ नहीं किया तो आपको भुला दिया जाता है.
मुझे नहीं पता कि वास्तव में क्या अपेक्षा की जानी चाहिये. मैं उम्मीद कर रहा था कि हमें अच्छे नतीजे मिलेंगी.” उन्होंने कहा ,‘‘ इस टीम ने मिलकर ओलंपिक में जगह बनाने की कोशिश की और कामयाब रही. हमारे पास आज क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का मौका था लेकिन हम उसे हासिल नहीं कर सके. यह निराशाजनक है.”