ओलंपिक में भारत का हॉकी में पदक जीतने का सपना टूटा, बेल्जियम से हारी भारतीय टीम
रियो डि जिनेरियो : भारत एक गोल की बढ़त लेने के बावजूद रियो खेलों में पुरुषों की हाकी स्पर्धा के क्वार्टरफाइनल में बेल्जियम से 1-3 हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गया. आठ बार की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता टीम का इस हार के साथ ही हाकी में 36 साल बाद पदक जीतने का सपना टूट […]
रियो डि जिनेरियो : भारत एक गोल की बढ़त लेने के बावजूद रियो खेलों में पुरुषों की हाकी स्पर्धा के क्वार्टरफाइनल में बेल्जियम से 1-3 हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गया. आठ बार की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता टीम का इस हार के साथ ही हाकी में 36 साल बाद पदक जीतने का सपना टूट गया. दूसरी ओर 96 वर्षों के अंतराल के बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचकर बेल्जियम ने इतिहास रच दिया.
भारत ने हालांकि आकाशदीप सिंह के शानदार प्रयास की बदौलत पहले क्वार्टर के खत्म होने से तुरंत पहले मैदानी गोल दागकर बढ़त हासिल कर ली लेकिन बेल्जियम ने तीन शानदार मैदानी गोलों की बदौलत वापसी की और 1980 के मास्को खेलों के बाद ओलंपिक में पहला पदक हासिल करने के भारत को सपने को साकार होने से रोक दिया. बेल्जियम की ओर से सबेस्टियन डॉकियर ने (35वें और 45वें) मिनट में गोल किये वहीं टीम के लिए तीसरा गोल टॉम बून ने 50वें मिनट में किया.
अपने पूल में शीर्ष पर रहे बेल्जियम ने चैम्पियन की तरह हाकी खेली और मैच में अपना वर्चस्व बनाये रखा. हालांकि पहले क्वार्टर के आखिरी क्षणों में गोल दागने के बाद दूसरे क्वार्टर में भारतीय खिलाडियों ने कुछ मिनट तक मैच में अपनी पकड़ मजबूत रखी. वहीं भारत पूरी तरह मुकाबले से बाहर दिखा.
भारत की अग्रिम पंक्ति बिल्कुल रंग में नहीं दिखी और इसी कारण भारत पूरे 60 मिनट में एक भी पेनल्टी कार्नर हासिल नहीं कर सका. रक्षा पंक्ति भी बेल्जियम की अग्रिम पंक्ति के सामने बहुत कमजोर दिखी, जो लगातार भारतीय गोल पर हमले कर रहे थे.
बेल्जियम के आक्रामक रवैया अख्तियार करने के बाद भारत ने रक्षात्मक हाकी खेलनी शुरू कर दी और जवाबी हमलों पर भरोसा जताना शुरू कर दिया. सेमीफाइनल में जगह पक्का कर चुकी बेल्जियम टीम की ओर से आज के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी डॉकियर ने 13वें मिनट में गोल का अवसर बनाया लेकिन भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने उनके प्रयास को विफल कर दिया.
हालांकि पहले क्वार्टर के आखिरी मिनट में मनप्रीत सिंह के पास को आकाशदीप ने गोल के अंदर डाल कर भारत को बढ़त दिला दी. इसके बाद दूसरे क्वार्टर में भारत ने अच्छी शुरुआत की और कुछ समय तक मैच पर पकड बनाये रखी.
छोटे-छोटे पास से भारत ने गोल करने के दो अच्छे मौके भी बनाये लेकिन उसे गोल में तब्दील करने में विफल रहा. 22वें मिनट में बायीं तरफ से रमनदीप के पास को एसवी सुनील ने गोल की तरफ बढ़ाया लेकिन निक्किन थिमैया थोड़े पीछे रह गये और गेंद को दिशा नहीं दे सके.
इसके बाद सुनील ने एक अच्छा पास डी के अंदर आकाशदीप को दिया, पर उनका शाट गोल पोस्ट से काफी दूर रह गया. इस तरह भारत का रियो ओलंपिक में अभियान खत्म हो गया है क्योंकि इस बार कोई क्लासिफिकेशन मैच नहीं है. इससे पहले अर्जेंटीना ने स्पेन को 2-1 से हराकर सेमीफाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित किया.