हार के बाद विकास ने देशवासियों से मांगी माफी
रियो डि जिनेरियो : क्वार्टर फाइनल में हार के साथ ओलंपिक पदक जीतने का अपना सपना टूटने से हताश भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्णन ( 75 किलो ) ने कहा कि वह इससे बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकते थे जो उन्होंने उजबेकिस्तान के बेक्तेमिर मेलिकुजिएव के खिलाफ किया. भारत के लिए ओलंपिक पदक से एक जीत […]
रियो डि जिनेरियो : क्वार्टर फाइनल में हार के साथ ओलंपिक पदक जीतने का अपना सपना टूटने से हताश भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्णन ( 75 किलो ) ने कहा कि वह इससे बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकते थे जो उन्होंने उजबेकिस्तान के बेक्तेमिर मेलिकुजिएव के खिलाफ किया.
मुझे अपने स्तर के विरोधी नहीं मिलते.” उसने कहा ,‘‘ चूंकि मैं खब्बू मुक्केबाज था तो मेरे पास उसके पंच का जवाब नहीं था. मुझे खब्बू मुक्केबाज के साथ अभ्यास करने को नहीं मिलता. मैंने कई बार इसका अनुरोध किया है.” उसने यह भी कहा कि राष्ट्रीय महासंघ के प्रतिबंधित होने के कारण पिछले दो साल से राष्ट्रीय शिविर नहीं लगा और वह फिटनेस ट्रेनिंग के लिए सिर्फ अमेरिका जा सके. उसने कहा ,‘‘ हमें बहुत कम मौके मिल सके. हम कजाखिस्तान और उजबेकिस्तान के साथ अभ्यास करते थे लेकिन महासंघ पर प्रतिबंध होने से वह मौका भी नहीं मिला क्योंकि हमें कोई बुलाता ही नहीं. मैं महासंघ को दोष नहीं दे रहा. मैं अपनी गलतियों से हारा.”