रियो डि जिनेरियो : लंदन ओलंपिक रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर गदगद पी वी सिंधू ने इसे अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से एक करार दिया और उम्मीद जताई कि वह रियो ओलंपिक सेमीफाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ इस लय को कायम रख सकेंगी. सिंधू ने कहा ,‘‘ यह रियो ओलंपिक है और काफी अलग महसूस कर रही है.
यह सर्वश्रेष्ठ पलों में से है. उम्मीद है कि ऐसे कई और पल आयेंगे.’ दुनिया की 10वें नंबर की खिलाडी सिंधू ने दूसरी रैंकिंग वाली वांग को 22 – 20, 21 – 19 से हराया. वह ओलंपिक सेमीफाइनल में पहुंचने वाली साइना नेहवाल के बाद दूसरी भारतीय खिलाड़ी बन गयीं.
सिंधू के माता-पिता ने भी उसकी इस जीत पर खुशी जाहिर की है. सिंधू के पिता ने कहा कि वांग यिहान को हराना आसान नहीं था. हम उत्तेजित हैं कि वो सेमीफाइनल में पहुंची है. वहीं उनकी मां ने भी खुशी जताते हुए कहा कि हमें गर्व है कि वह सेमीफाइनल में पहुंची वह जीत से दो कदम नीचे है, मेरा आशीर्वाद उसके साथ है.
इस मुश्किल दौर भारत के लिए पदक जीतने के दबाव के बारे में पूछने पर उसने कहा ,‘‘ मैं सिर्फ खेल के बारे में सोच रही थी. यदि आप अच्छा खेलते हैं तो पदक खुद ब खुद मिलेंगे. मैं सिर्फ अपने अगले मैच पर फोकस कर रही हूं. उम्मीद है कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकूंगी.’ सिंधू ने कहा कि चीनी खिलाड़ी के खिलाफ उसका संयम सफलता की कुंजी साबित हुआ.
उसने कहा ,‘‘ बड़ी- बड़ी रैलियां चलीं और वह काफी आक्रामक खेल रही थी. शुरू में मेरे स्मैश बाहर जा रहे थे लेकिन मैने संयम बनाये रखा और हर बात के लिए तैयार थी. मेरे ख्याल से वही टर्निंग प्वाइंट था.’ उसने कहा ,‘‘ मैने कभी नहीं सोचा कि मैं यह मैच हारुंगी क्योंकि एक पल सब कुछ बदल सकता है. अंक बनाना आसान नहीं था. यह काफी करीबी मुकाबला था. पहले गेम में 20 – 20 से स्कोर बराबर था और मुझे कभी नहीं लगा कि गेम पूरा हो गया है. वह बहुत अच्छा खेल रही थी.’
दूसरा गेम कमोबेश आसान लग रहा था और एक समय सिंधू 17 – 13 से आगे चल रही थी लेकिन वांग ने लगातार छह अंक लेकर इसे भी करीबी बना दिया. सिंधू ने कहा ,‘‘ दूसरे गेम में मैं 18 – 14 से आगे थी लेकिन उसने शानदार वापसी की और बेहतरीन खेल दिखाया. 18 – 18 से स्कोर बराबर होने के बाद कोई भी जीत सकता था.’ साइना की तरह उसकी फिटनेस को लेकर कोई मसला नहीं था. उसने कहा ,‘‘ फिटनेस ठीक थी. वह अनुभवी खिलाडी है और दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाडी है.
मेरे लिये अंक जुटाना आसान नहीं था. मुझे पता था कि रेलियां लंबी चलेंगी और वह कोई मौका नहीं छोडेगी.’ सिंधू ने कहा कि दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाडी के खिलाफ तकदीर के भरोसे नहीं जीता जा सकता और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है.
उसने कहा ,‘‘ मैं लंबी रैलियों के लिए तैयार थी और ऐसा नहीं है कि तकदीर ने मेरा साथ दिया. उसने बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन मैने उसके खिलाफ पहले भी जीता है और हारी भी हूं. यह मैच के दिन अच्छे प्रदर्शन की बात है.’