आतंकवाद से लड़ाई में मदद करे मुस्लिम समुदाय : डोनाल्ड ट्रंप

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए मुस्लिमों से मदद मांगी है. उन्होंने कहा है कि अगर यह समुदाय इस खतरे से निबटने में सहयोग नहीं देगा तो उस पर दोषारोपण होगा ही. इससे पहले, मुस्लिमों के अमेरिका में प्रवेश को प्रतिबंधित करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2016 4:02 PM

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए मुस्लिमों से मदद मांगी है. उन्होंने कहा है कि अगर यह समुदाय इस खतरे से निबटने में सहयोग नहीं देगा तो उस पर दोषारोपण होगा ही. इससे पहले, मुस्लिमों के अमेरिका में प्रवेश को प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव के कारण ट्रंप की खासी आलोचना हो चुकी है. रियलिटी शो के स्टार से राजनेता बने 70 वर्षीय ट्रंप ने समुदाय से यह अपील इसलिए की क्योंकि उनके मुताबिक ‘उनके समुदाय में जो हो रहा है उससे वह अवगत हैं.’

ट्रंप ने फॉक्स न्यूज के टाउन हॉल कार्यक्रम में कहा, ‘हमें बहुत मजबूत, सक्रिय और चौकन्ना रहना होगा. साफगोई से कहूं तो मुस्लिमों को इस काम में हमें मदद देनी होगी क्योंकि उनके समुदाय में जो कुछ भी हो रहा है उसे वे देखते हैं और जानते हैं, जिसे हम नहीं देख सकते. उन्हें हमें मदद देनी होगी.’ उन्होंने कहा, ‘और अगर वे हमें मदद नहीं देंगे तो दोष उन्हें ही दिया जाएगा.’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह ओरलैंडो हमलावर के पिता सिद्दिक मतीन को बाहर फेंक देंगे.

ट्रंप ने कहा, ‘मैं उसे बाहर फेंक दूंगा. अगर आप उसकी तरफ देखें, मैं उसे बाहर फेंक दूंगा. आप जानते हैं, मैंने उसकी तरफ देखा. और आप देखिए वह मुस्कुरा रहा है. आईएसआईएस के खिलाफ ठोस कार्रवाई की हिमायत करते हुए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वह अमेरिका से बेहतर हैं. इस बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हमें उन्हें बहुत, बहुत जल्दी और जरुरत पडे तो बर्बरता से निकाल फेंकना होगा.’

ट्रंप ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर वे हमसे बेहतर हैं. आप देखें आईएसआईएस सोशल मीडिया पर क्या कर रहा है वह इंटरनेट के जरिए भर्तियां कर रहा है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया उनकी डेमोकेट्रिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन का बचाव कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘वह बहुत हिफाजत से हैं. वह (मीडिया) उन्हें संरक्षण दे रहा है. उन्हें ज्यादा कुछ करने की सचमुच जरुरत नहीं है. वह टेलीकंप्यूटर पर एक तकरीर देंगी और फिर गायब हो जाएंगी. मैं नहीं जानता कि उसके बाद वह घर चली जाती हैं और सो जाती हैं. मुझे लगता है कि वह सो ही जाती हैं.’

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