रियो में हो रहे 31वें ओलंपिक खेलों में गुरूवार को भारत बैडमिंटन और कुश्ती में अपनी चुनौती पेश करेगा.
रियो में भारत के लिए महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने बेहद शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक की उम्मीद जगा दी है.
गुरूवार को पीवी सिंधू सैमीफाइनल में जापान की नोज़ोमी ओकूहारा का सामना करेंगी.
पीवी सिंधू ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में चीन की वान यिहान को बेहद कडे मुक़ाबलें में 22-20, 21-19 से मात दी. पीवी सिंधू का यह पहला ओलंपिक है.
दूसरी तरफ वान यिहान साल 2012 के लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता थीं.
इसके अलावा पीवी सिंधू ने चीन ताइपे की ताई ज़ू यिंग को आसानी से 21-13, 21-15 से हराया.
रियो में पीवी सिंधू ने बेहद आत्मविश्वास के साथ शुरूआत करते हुए हंगरी की लौरा सारोसी को 21-8, 21-9 से मात दी थी.
इसके बाद पीवी सिंधू ने कनाडा की मिशैल ली को कड़े संघर्ष के बाद 19-21, 21-15, 21-17 से हराया था.
रियो में पीवी सिंधू ने बेहतरीन डिफेंस के अलावा अटैकिंग गेम भी दिखाया है.
जापान की ओकूहारा एक समय दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी रह चुकी हैं.
उन्होंने अभी तक 11 ख़िताब अपने नाम किए हैं. उनकी सबसे बड़ी कामयाबी इस साल महिला वर्ग का आॅल इंग्लैंड बैडमिंटन का ख़िताब है.
उधर पीवी सिंधू ने इस साल केवल मलेशिया ओपन जीता है.
पीवी सिंधू आल इंग्लैंड बैडमिंटन टूर्नामेंट में पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गई थीं.
पीवी सिंधू मलेशिया ओपन का फाइनल जीतने के अलावा इस साल किसी भी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में नहीं पहुंची थीं.
अब सिंधू के पास रियो के फाइनल में पहुंचने का शानदार अवसर है.
गुरूवार को ही कुश्ती के महिला वर्ग में भारत की बबीता कुमारी 53 किलो भार वर्ग में उतरेंगी.
बबीता कुमारी ने साल 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और साल 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था.
इतना ही नहीं वह साल 2012 में विश्व महिला कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)