रियो डि जिनेरियो : भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु का भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने का सपना आज टूट गया जब रियो ओलंपिक की महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ कड़े मुकाबले में शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
टूर्नामेंट में अब तक अजेय रही भारत की 21 वर्षीय सिंधु मारिन के बनाये दबाव के आगे टूट गई और उन्हें यहां रियो सेंटर में एक घंटा और 23 मिनट चले मुकाबले में पहला गेम जीतने के बावजूद 21-19, 12-21, 15-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा.सिंधु पहले गेम में एक समय 16-19 से पिछड़ रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने लगातार पांच अंक जीतकर पहला गेम अपने नाम कर लिया. भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि दूसरा गेम आसानी से गंवा दिया जिससे मुकाबला 1-1 से बराबर हो गया.
तीसरे और निर्णायक गेम में भी सिंधु एक समय 1-6 से पिछड़ रही थी लेकिन 10-10 के स्कोर पर बराबरी हासिल करने में सफल रही. वह हालांकि ब्रेक के बाद लय बरकरार नहीं कर सकी जिसके बाद मारिन ने शानदार खेल दिखाते हुए बैडमिंटन में स्पेन को पहला स्वर्ण पदक दिला दिया.
पिछले दो साल में दोनों खिलाडियों के बीच हुए पांच मुकाबलों में मारिन ने सिंधु को चार बार हराया है जबकि भारतीय खिलाड़ी ने पिछले साल डेनमार्क सुपर सीरीज के दौरान जीत दर्ज की थी लेकिन आज इस प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रही.
मारिन ने रोमांचक मुकाबले में अपने ताकतवर और सटीक स्मैश से दबाव बनाया जिसका कई मौकों पर भारतीय खिलाड़ी के पास कोई जवाब नहीं था. सिंधु ने इसके अलावा काफी शाट बाहर भी मारे जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा. पहले गेम में स्पेन की खिलाड़ी ब्रेक तक 11-8 से आगे थी. मारिन ने सिंधु को रैली में उलझाया और फिर नेट पर भी शानादार खेल दिखाते हुए 15-11 की बढ़त बना ली.
मारिन ने इसके बाद नेट पर शाट मारा और एक शाट बाहर खेल गई जिससे सिंधु को दो अंक मिले. स्पेन की खिलाड़ी ने हालांकि 17-15 की बढ़त बनाए रखी. मारिन ने एक और शाट बाहर मारा लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने वीडियो रैफरल में अंक गंवाया जिससे मारिन 18-16 से आगे हो गई. मारिन ने विनर के जरिये एक और अंक जुटाकर स्कोर 19-16 किया.
मारिन ने इसके बाद दो शाट बाहर मारे और नेट पर भी चूकी जिससे सिंधु ने स्कोर 19-19 कर दिया. मारिन ने एक बार फिर नेट पर शाट मारा जिससे सिंधु ने गेम में पहली बार 20-19 से बढ़त बनाई. स्पेन की खिलाड़ी इसके बाद सिंधु के रिटर्न को वापस भेजने में नाकाम रही जिससे भारतीय खिलाड़ी ने हार की स्थिति में होने के बावजूद पहला गेम जीत लिया.
* रजत जीतने वाली देश की पहली महिला और देश की चौथी खिलाड़ी बनीं सिंधु
सिंधु निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड (एथेंस 2004) और विजय कुमार (लंदन 2012) तथा पहलवान सुशील कुमार (लंदन 2012) के बाद ओलंपिक में व्यक्तिगत रजत पदक जीतने वाली चौथी भारतीय हैं. विश्व चैम्पियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता सिंधु भारत के लिए ओलंपिक में पदक जीतने वाली पांचवीं महिला और रजत जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं. वह ओलंपिक में पदक जीतने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी हैं.
भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी (सिडनी 2000), मुक्केबाज एमसी मैरीकोम (लंदन 2012), बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल (लंदन 2012) और पहलवान साक्षी मलिक (रियो 2016) भारत की ओर से खेलों के महाकुंभ में पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी हैं.
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधु को बधाई दी
भारत के लिए रजत पदक जीतने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है और तारीफ करते हुए रियो ओलंपिक में उनकी उपलब्यिों को ऐतिहासिक बताया.
* फाइनल तक पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी बनी सिंधु
सिंधु भले ही फाइनल मुकाबला हार गयी हैं, लेकिन उन्होंने पूरे देश का दिल जीत लिया है. सिंधु ने रियो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए फाइनल में पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी बन गयी हैं. इससे पहले ओलंपिक बैडमिंटन फाइनल मुकाबले में एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी नहीं पहुंचे.
* पहले ही ओलंपिक में रजत पदक हासिल किया सिंधु ने
21 साल की पीवी सिंधु का यह पहला ओलंपिक है. अपने पहले ही ओलंपिक मैच में सिंधु ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक पर कब्जा जमाया. सिंधु की इस जीत से उनका आत्विश्वास काफी बढ़ा है और उनके इस प्रदर्शन से देश का मान बढ़ा है.