काबुल : अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी की प्रशंसा की है. उन्होंने आज कहा कि हम बलूचिस्तान के लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हैं, उनकी तकलीफ का अंत होना चाहिए. करजई ने दोनों देशों के संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत और अफगानिस्तान के संबंध पुराने और गहरे हैं और इसी तरह रहेंगे. अफगानिस्तान के इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास में भारत की भूमिका देखी जा सकती है. भारत पहले ही काफी कुछ कर चुका है.
पूर्व अफगान राष्ट्रपति ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आतंकी संगठन आइएसआइएस को विदेशी ताकतों जैसे कि पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा है. इसमें कोई संदेह नहीं है और हमारे पास इसके सबूत हैं. उन्होंने कहा है कि वहां पाकिस्तान सरकार द्वारा समर्थित चरमपंथियों के हाथों क्षेत्र के लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है.
No doubt about that,we have evidence: Hamid Karzai,Former Afghan President on #ISIS finding support from foreign forces like Pakistan
— ANI (@ANI) August 21, 2016
आपको बता दें कि इससे पहले करजई समाचार चैनल न्यूजएक्स के साथ एक साक्षात्कार में कह चुके हैं कि अफगानिस्तान और भारत बहुत लंबे समय से पाकिस्तान पर अपनी टिप्पणियों को लेकर काफी गंभीर रहे हैं. निश्चित रूप से हमें बात करने की जरूरत है, क्योंकि हम एक मंच पर आसीन हैं. उन्होंने साक्षात्कार में कहा कि बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सरकारी तंत्र द्वारा समर्थित चरमपंथी वहां के लोगों को बहुत प्रताड़ित कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में बलूचिस्तान, गिलगिट, बाल्टिस्तान के हालात का उल्लेख किया था, और कहा था इन क्षेत्रों के लोगों ने समर्थन के लिए पिछले कुछ दिनों के दौरान उन्हें धन्यवाद दिए हैं.