अमेरिका ने POK में मानवाधिकार की स्थिति पर जताई चिंता, नेताओं पर कार्रवाई की आलोचना
वाशिंगटन : पाक अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने मतभेदों पर शांतिपूर्ण तरीके और एक वैध राजनीतिक प्रक्रिया के जरिए काम करने की अपील की है. इसके साथ ही पाकिस्तान द्वारा एमक्यूएम के प्रमुख अल्ताफ हुसैन के खिलाफ उनके कथित भडकाउ भाषण के लिए राजद्रोह का मुकदमा दर्ज […]
वाशिंगटन : पाक अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने मतभेदों पर शांतिपूर्ण तरीके और एक वैध राजनीतिक प्रक्रिया के जरिए काम करने की अपील की है. इसके साथ ही पाकिस्तान द्वारा एमक्यूएम के प्रमुख अल्ताफ हुसैन के खिलाफ उनके कथित भडकाउ भाषण के लिए राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद अमेरिका ने कहा है कि लोकतंत्र में गंभीर विचारों को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए न कि दबाया जाना चाहिए. विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘वहां (पीओके में) मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर हम चिंतित हैं. हमने अपनी मानवाधिकारों की रिपोर्ट में इसका जिक्र कई साल तक किया है.’
पाक अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हम हमेशा से पाकिस्तान में सभी पक्षों से अपील करते आए हैं कि वे अपने मतभेदों पर शांतिपूर्ण तरीके से और एक वैध राजनीतिक प्रक्रिया के तहत काम करें.’ टोनर ने कहा, ‘कश्मीर के बारे में हमारी नीति सर्वविदित है.’ इस माह की शुरुआत में गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किए गए थे.
MQM नेताओं पर कार्रवाई अलोकतांत्रिक : अमेरिका
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने कल कहा, ‘मैं सिर्फ यह कहना चाहूंगा कि लोकतांत्रिक समाज में गंभीर विचारों को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए न कि दबाया जाना चाहिए. हमारा मानना है कि समाज में विविधतापूर्ण विचारों को व्यक्त करने की स्वतंत्रता से लोकतंत्र मजबूत होता है और हम इस बात पर जोर देंगे कि कोई भी अभिव्यक्ति शांतिपूर्ण हो.’ मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के नेताओं की गिरफ्तारी से जुडे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के सदस्यों को हिरासत में रखे जाने या गिरफ्तार किए जाने पर अमेरिका हमेशा ही चिंतित रहा है.
टोनर ने कहा ‘हम जन सभा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता (जब तक यह शांतिपूर्ण हो) के महत्व को मानते हैं. हम जोर देना चाहेंगे कि किसी भी तरह के विरोध, किसी भी तरह के प्रदर्शन को शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए. इसलिए, मेरी राय में हम अभी भी उस बारे में सूचनाएं एकत्र कर रहे हैं जो कुछ हुआ है. समय आने पर ही हम कुछ कह पाएंगे.’
एमक्यूएम प्रमुख अल्ताफ हुसैन पर कल उनके उस भडकाउ भाषण के लिए राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं को मीडिया प्रतिष्ठानों पर हमले के लिए उकसाया गया है. उन पर उस प्रदर्शन रैली में पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने का भी आरोप है जिसमें हिंसा हुई थी.
एमक्यूएम कराची में दशकों से एकमात्र अकेली बडी पार्टी है और राष्ट्रीय तथा प्रांतीय चुनावों में उसका खासा असर रहा है. लेकिन केंद्र के आदेश पर ‘राजनीतिक सफाई अभियान’ शुरू होने के बाद से पार्टी गहरे दबाव में आ गई है.