पी वी सिंधु को लेकर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच जंग

नयी दिल्‍ली : रियो ओलंपिक में इस बार आधी आबादी ने भारत की लाज रख ली, तो रियो में अपने प्रदर्शन से देश का दिल जीत लेने वाले खिलाडियों का स्‍वदेश वापसी पर लोगों ने खुले दिल से स्‍वागत भी किया. ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले पहली महिला खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2016 4:34 PM

नयी दिल्‍ली : रियो ओलंपिक में इस बार आधी आबादी ने भारत की लाज रख ली, तो रियो में अपने प्रदर्शन से देश का दिल जीत लेने वाले खिलाडियों का स्‍वदेश वापसी पर लोगों ने खुले दिल से स्‍वागत भी किया.

ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले पहली महिला खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल करने वाली बैडमिंटन स्‍टार पीवी सिंधु, जिमनास्‍ट में भारत की ओर से 52 साल बाद ओलंपिक में पहुंचने और अपने प्रदर्शन से पूरे देश का दिल जीत लेने वाली दीपा करमाकर और कांस्‍य पदक विजेता महिला पलवान साक्षी मलिका का स्‍वदेश वापसी पर लोगों ने दिल से उनका स्‍वागत किया. लोगों के प्‍यार और सम्‍मान से खिलाड़ी भी भावविह्वल हो उठे.

लेकिन सिंधु को लेकर दो राज्‍यों में जंग छीड़ गयी है. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों राज्‍य सिंधु पर अपनी दावेदारी जता रहे हैं. सिंधु के स्‍वदेश वापसी पर दोनों राज्‍यों के दिग्‍गज नेताओं का तांता लग गया. इधर आंध्र प्रदेश सरकार ने सिंधु को इनाम के तौर पर 3 करोड़ का चेक सौंपा है तो तेलंगाना ने बढ़त बनाते हुए उन्‍हें पांच करोड़ रुपये का चेक सौंप दिया.

दोनों ही राज्‍यों ने सिंधु को जॉब का ऑफर कर दिया है. आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सिंधु को आंध्र के मुकुट में मोती बताया. नायडू ने सिंधु को आंध्र प्रदेश में स्‍पोर्ट्स कल्‍चर को बढ़ावा देने के लिए आग्रह किये हैं. वहीं तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री महमूद अली ने सिंधु को ‘तेलंगाना का गौरव’ जबकि गृहमंत्री एन नरसिम्हा रेड्डी ने ‘तेलंगाना की बेटी’ बताया था.

* आंध्र या तेलंगाना नहीं, भारत की बेटी है सिंधु : गोपी
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों ही पी वी सिंधु पर अपना हक जता रहे हैं लेकिन इस ओलंपिक रजत पदक विजेता के कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भारत की बेटी है. जब एक पत्रकार ने सिंधु से दोनों राज्यों के बीच चली बहस के बारे में पूछा गया तो गोपीचंद बीच में ही बोल पड़े और उन्होंने इससे उन्होंने यह क्षेत्रीय विवाद भी समाप्त करने की कोशिश की.
गोपीचंद ने कहा, ‘‘मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि वह (सिंधु) भारत की बेटी है. वह भारतीय है. ‘ उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि कई सरकारें उनका समर्थन और प्रशंसा कर रही हैं. गोपीचंद ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि सभी (राज्य) इस उत्सव का हिस्सा बनना चाहते हैं और हमारा समर्थन कर रहे हैं. ‘

Next Article

Exit mobile version