नयी दिल्ली : भारत के पहले और इकलौते ओलंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को रियो ओलंपिक में निशानेबाजों के खराब प्रदर्शन की जांच के लिये गठित पांच सदस्यीय समिति का अध्यक्ष चुना गया है लेकिन उन्होंने निशानेबाजों से सवालात करने से इनकार कर दिया क्योंकि वह खुद टीम का हिस्सा थे.
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ने कहा कि समिति का काम यह पता लगाना है कि रियो ओलंपिक में निशानेबाजों को एक भी पदक क्यो नहीं मिल सका. समिति यह सुझाव भी देगी कि एनआरएआई कौन से कदम उठाये जिससे भविष्य में ओलंपिक में इस तरह का खराब प्रदर्शन फिर नहीं हो. रियो में 10 मीटर एयर राइफल में चौथे स्थान पर रहे बिंद्रा ने एनआरएआई से कहा कि वह अपने किसी साथी से सवालात नहीं करेंगे लेकिन समीक्षा समिति के किसी भी आकलन के लिये तैयार हैं.
समिति के अन्य सदस्यों में पूर्व टेनिस खिलाड़ी मनीषा मलहोत्रा, एनआरएआई सचिव राजीव भाटिया और दो पत्रकार भी हैं. इसे चार सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट अध्यक्ष को देने के लिये कहा गया है. समिति की पहली बैठक 30 या 31 अगस्त को होगी.