विरासत की रंगारंग झलक दिखाता इस्टर आइलैंड
दक्षिण अमेरिकी देश चिली से 2500 मील दूर स्थित है इस्टर आइलैंड. यह दुनिया की नजर में काफी रहस्मयी है. प्रशांत महासागर का यह द्वीप जिज्ञासाओं से भरा है. 64 वर्गमील में फैले इस द्वीप की रोचक जानकारियों भरा है यह आलेख. इस्टर आइलैंड में 887 मोआइ(पत्थर की मूर्तियां), जबकि यहां की जनसंख्या छ: हजार […]
दक्षिण अमेरिकी देश चिली से 2500 मील दूर स्थित है इस्टर आइलैंड. यह दुनिया की नजर में काफी रहस्मयी है. प्रशांत महासागर का यह द्वीप जिज्ञासाओं से भरा है. 64 वर्गमील में फैले इस द्वीप की रोचक जानकारियों भरा है यह आलेख.
इस्टर आइलैंड में 887 मोआइ(पत्थर की मूर्तियां), जबकि यहां की जनसंख्या छ: हजार के करीब है. यह द्वीप खुद में एक रोचक खोज है. इसी कारण यूनेस्को ने इस स्थान को विश्व विरासत की सूची में रखा है. यहां मुख्यत: स्पैनिश और रापा नुइ बोली जाती है. इस्टर आइलैंड का स्पेनिश नाम ‘इसला डी पैसकुआ’ है. जिसे स्थानीय भाषा में ‘रापा नुइ’ भी कहा जाता है.
मस्ती से भरा तापाति फेस्ट
रोमांच और मस्ती से भरा यह फेस्टिवल सामान्यत: एक फरवरी से 15 फरवरी तक चलता है. इसमें खेल-कूद, नाच-गाना आदि के रंगा-रंग कार्यक्रम आयोजित होते हैं. पूरुषों के लिए मुख्यत: स्लाडिंग कॉम्पिटिशन होता है. यह पारंपरिक खेल है. इसमें पुरुष ऊंचाई से केले के थम(तना) पर फीसलते हुए नीचे की ओर आते हैं. तने पर जो सबसे ज्यादा दूरी तय करता है वो विजयी होता है. इसी प्रकार वाटर राफ्टिंग में कंधे पर केले के घौंद को बैलेंस कर रखना होता है. स्त्रियों और बच्चों के लिए नृत्य-संगीत मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है. सभी आयु वर्ग के लोग नृत्य प्रतियोगिता में शामिल होते हैं. महिलाओं में फाइनल में जो जीतती है उसे ताज पहनाया जाता है.
मोआइ का रहस्य
इस द्वीप में मौजूद मोआइ मूर्तियों की खासियत इनकी आंखें और नाक हैं, जो काफी बड़ी हैं. इनका एक्सप्रेशन भी थोड़ा अजीब और रहस्यमयी है. इनमें कुछ अधूरी भी हैं. इनकी औसत ऊंचाई 13 फीट और गोलाई करीब 5 फीट है. इनकी औसत ऊंचाई 13.8 टन के करीब है. सबसे बड़ी मूर्ति 33 फीट की है, जिसका वजन 82 टन है. एक अनुमान के अनुसार अधूरी मूर्तियों को पूरा किया जाता तो यह सबसे बड़ी मूर्ति की दुगनी लंबी और वजनी होतीं.