श्री विधि संवृद्धि की राह
खरीफ की खेती का समय आ गया है. 25 मई से रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा और राज्य भर के किसान खेतों की ओर रुख करेंगे. इस बार सरकार ने उत्पादन बढाने के लिए श्रीविधि खेती पर फोकस किया है. राज्य में 35 लाख हेक्टेयर जमीन में इस साल धान की खेती होनी है. इस साल […]
खरीफ की खेती का समय आ गया है. 25 मई से रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा और राज्य भर के किसान खेतों की ओर रुख करेंगे. इस बार सरकार ने उत्पादन बढाने के लिए श्रीविधि खेती पर फोकस किया है.
राज्य में 35 लाख हेक्टेयर जमीन में इस साल धान की खेती होनी है. इस साल धान के उत्पादन का लक्ष्य 100 लाख टन रखा गया है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए 25 लाख हेक्टेयर जमीन में श्रीविधि से खेती की जानी है. यह बड़ा लक्ष्य है और सरकार ने इसकी भरपूर तैयारी की है. राज्य के ज्यादा से ज्यादा किसानों को श्रीविधि से धान की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. किसान भी उत्साहित हैं. श्रीविधि या उत्पादन का बड़ा लक्ष्य उनके लिए अब नया रहा. इससे पहले भी राज्य के किसानों ने इस विधि से खेती कर अधिकतम पैदावार का लक्ष्य प्राप्त किया है. सरकार इस बार भी किसानों को हर तरह की मदद समय पर उपलब्ध कराने की कार्ययोजना पर काम कर रही है. पेश है इस विषय पर केंद्रित रिपोर्ट.