काबुल में चैरिटी पर हमला, हिंसा में 25 लोगों की मौत, हमलावर ढेर

काबुल : काबुल में एक चैरिटी पर आज हमले के दौरान कई घंटे तक विस्फोटों और गोलीबारी की आवाजें सुनाई देती रहीं. अफगानिस्तान की राजधानी में हिंसा की फिर से आई लहर में अब तक कम से कम 25 लोग मारे गए तथा दर्जनों घायल हो गए हैं. पामलारेना चैरिटी पर हमला कल एक भीषण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2016 3:11 PM

काबुल : काबुल में एक चैरिटी पर आज हमले के दौरान कई घंटे तक विस्फोटों और गोलीबारी की आवाजें सुनाई देती रहीं. अफगानिस्तान की राजधानी में हिंसा की फिर से आई लहर में अब तक कम से कम 25 लोग मारे गए तथा दर्जनों घायल हो गए हैं. पामलारेना चैरिटी पर हमला कल एक भीषण धमाके के साथ शुरू हुआ था. इस हमले से कुछ घंटे पहले ही तालिबान ने रक्षा मंत्रालय के समीप दो बम विस्फोट किए थे. ऐसा लगता है कि इस हमले का उद्देश्य बडी संख्या में लोगों को हताहत करना था. चैरिटी पर हमले के बाद शार-ए-ना के समीपवर्ती स्थान से गहरा धुआं उठता नजर आया. पामलारेना का पश्तो में अर्थ ‘देखभाल’ होता है.

सरकार ने आज जब इलाके की छानबीन के लिए अभियान शुरू किया तब कुछ विस्फोट और गोलियों की आवाजें फिर सुनाई दीं. ‘केयर’ इंटरनेशनल की प्रवक्ता ने बताया कि चैरिटी तत्काल यह पुष्टि नहीं कर पाई कि क्या हमले का निशाना वह थी. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सेदिक सेदिकी ने ट्विटर पर, इस हमले में एक व्यक्ति के हताहत होने की पुष्टि करते हुए बताया कि 10 विदेशियों सहित 42 लोगों को हमले के बाद बचाया गया है.

उन्होंने बताया ‘सुरक्षा बलों ने सभी तीनों हमलावरों को मार गिराया है.’ प्रशासन ने पूर्व में हमलावरों की संख्या दो बताई थी. अब तक किसी भी उग्रवादी गुट ने चैरिटी पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. बहरहाल यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब तालिबान ने अमेरिका समर्थित सरकार के खिलाफ देश भर में हमले तेज कर दिए हैं. चैरिटी पर हुए इस हमले से पहले, सोमवार को तालिबान ने शहर में व्यस्तता भरे समय में दो विस्फोट किए जिनमें उच्च स्तरीय अधिकारियों सहित कम से कम 24 लोग मारे गए और 91 अन्य घायल हो गए.

इन विस्फोटों में से पहले विस्फोट से घायल हुए लोगों की मदद के लिए सैनिकों, पुलिस कर्मियों और नागरिकों के पहुंचने के बाद दूसरा विस्फोट किया गया जिसकी वजह से अधिक संख्या में लोग हताहत हुए. विस्फोट मंत्रालय के समीप एक पुल पर किया गया था. घटना स्थल पर एंबुलेन्स पहुंची जहां क्षतविक्षत शव बिखरे पडे थे. शवों की संख्या अधिक होने की वजह से कुछ को कार की डिकी तथा पुलिस के पिकअप ट्रकों में पीछे डाल कर अस्पताल ले जाना पडा. पहला विस्फोट इतना तेज था कि कुछ शव काबुल नदी में जा गिरे जिन्हें दमकल कर्मियों की मदद से निकालने की कोशिश की गई.

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वहीद मजरुह ने कहा था कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है जिससे दोहरे विस्फोट में हताहत होने वालों की संख्या बढ सकती है. राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोमवार को दोहरे विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा था ‘अफगानिस्तान के शत्रु देश के सुरक्षा बलों और रक्षा बलों से लडने की क्षमता खो चुके हैं.’ उन्होंने कहा था ‘इसीलिए अब वे राजमार्गों, शहरों, मस्जिदों, स्कूलों और आम लोगों को निशाना बना रहे हैं.’ तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने ट्विटर पर कहा कि पहले हमले का उद्देश्य रक्षा मंत्रालय को नुकसान पहुंचाना था और दूसरा हमला पुलिस को निशाना बना कर किया गया था.

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