महाराष्ट्र के मांझी : मारुति ने अकेले पाट दिये दो किमी के गड्ढे

महाराष्ट्र के मांझी : पत्नी के घायल होने के बाद जर्जर सड़कों की मरम्मत में जुट गये मुंबई : बिहार के ‘माउंटेनमैन’ दशरथ मांझी के नक्शेकदम पर चलते हुए महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के बीड़ के मजदूर मारुति सोनावणे ने सड़क में गड्ढे की वजह से पत्नी विमला के माथे में गहरी चोट लगने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2016 8:24 AM
महाराष्ट्र के मांझी : पत्नी के घायल होने के बाद जर्जर सड़कों की मरम्मत में जुट गये
मुंबई : बिहार के ‘माउंटेनमैन’ दशरथ मांझी के नक्शेकदम पर चलते हुए महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के बीड़ के मजदूर मारुति सोनावणे ने सड़क में गड्ढे की वजह से पत्नी विमला के माथे में गहरी चोट लगने के बाद सड़क के दो किमी के गड्ढ-मड्ढवाले हिस्से को पूरी तरह दुरुस्त कर दिया. केज तहसील के धानेगांव निवासी मारुति सोनावणे ने अपनी मेहनत और अपना पैसा लगाकर सड़क की मरम्मत की. उन्होंने सरकारी मशीनरी के हस्तक्षेप का इंतजार नहीं किया.
अगस्त के प्रारंभ में मारुति की पत्नी विमल सरकारी बस से कहीं जा रही थी. सड़क में गड्ढे होने की वजह से वह गिर गयीं और उनके सिर में गहरी चोट लगी. वैसे अगर कोई दूसरा व्यक्ति होता, तो वह अपनी किस्मत को कोसता और इस बात का इंतजार करता कि सरकारी मशीनरी उस सड़क की मरम्मत कराये. लेकिन मारुति ने किसी का इंतजार नहीं किया और उसने खुद ही गड्ढों को भरने मेंजुट गये.
दो किमी के रास्ते को दिन रात मेहनत से सुधारा
मारुति की पत्नी की दुर्घटना धानेगांव फाटा से धानेगांव के बीच के (डायवर्जन पर) हुआ था. जो दो किलोमीटर लंबा है. मारुति उसकी मरम्मत करने में जुट गये, मारुति अन्य यात्रियों को दुर्घटनामुक्त सड़क देने के लिए रात-दिन जुटे रहा. आखिरकार उसे सुधार कर ही दम लिया.
कौन थे दशरथ मांझी
बिहार के गया के गेल्हौर के दशरथ मांझी की पत्नी पहाड़ पर फिसल कर गिर कर मर गयी थी. उसके बाद मांझी ने 25 सालों तक कड़ी मेहनत कर पहाड़ काटा और रास्ता बनाया.
कल, यदि सरकार मुझे दूसरी सड़क की मरम्मत करने के लिए कहेगी, तो मैं अपनी भैंस भी बेच दूंगा, जिससे मुझे 5,000 रुपये मिलेंगे. मैं उस पैसे का इस्तेमाल सड़क के निर्माण में करूंगा.’
मारुति सोनावणे, मजदूर

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