संयुक्त राष्ट्र : उत्तर कोरिया के पांचवे परमाणु परीक्षण की विश्वभर में निंदा होने के बाद संयुक्त राष्ट्र उस पर नये प्रतिबंध लगाने की दिशा में तत्काल काम शुरू करने के लिए राजी हो गया है. कल बंद कमरे में हुई एक बैठक के दौरान परिषद ने इस परीक्षण की कड़ी निंदा की और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 41 के तहत एक नये प्रस्ताव का मसविदा बनाना शुरू करने पर सहमति जताई. यह प्रतिबंधों की व्यवस्था करता है. बारी-बारी से मिलने वाली परिषद की अध्यक्षता संभाल रहे न्यूजीलैंड के राजदूत गेरार्ड वान बोहेमेन ने इन आपात वार्ताओं के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘सुरक्षा परिषद के सदस्य सुरक्षा परिषद प्रस्ताव के अनुच्छेद 41 के तहत उपयुक्त कदम उठाने के लिए तत्काल काम करना शुरू करेंगे.’
दक्षिण कोरिया, अमेरिका, जापान, रूस और चीन सभी ने उत्तर कोरिया के अब तक के सर्वाधिक शक्तिशाली (10 किलोटन) विस्फोट की निंदा की है. सुरक्षा परिषद की यह बैठक जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के अनुरोध पर हुई. उत्तर कोरिया के सहयोगी चीन के विरोध के बावजूद इन देशों में उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंध लगाने पर सहमति बनी. बैठक के बाद चीन के राजदूत लियु जेई ने बीजिंग द्वारा प्रतिबंधों का समर्थन किए जाने से जुड़े सवालों का जवाब टाल दिया.
उन्होंने कहा, ‘हम परीक्षण के खिलाफ हैं और हमारा मानना है कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त कराने के लिए इस समय एकसाथ मिलकर काम करने की जरुरत पहले से कहीं ज्यादा है.’ उन्होंने कहा, ‘सभी पक्षों को एक दूसरे को भडकाने वाले और स्थिति को बिगाड़ सकने वाले कृत्यों से दूर रहना चाहिए.’ वर्ष 2006 में उत्तर कोरिया द्वारा अपने पहले परमाणु उपकरण का परीक्षण किए जाने के बाद से अब तक उसपर संयुक्त राष्ट्र के पांच प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं.