बीजिंग : तेज रफ्तार रेलवे के क्षेत्र में भारत समेत वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा के लिए बड़ी दावेदारी पेश कर रहे चीन ने देश में 20,000 किमी के ट्रैक नेटवर्क का निर्माण पूरा कर लिया है, जो दुनिया का सबसे लंबा बुलेट ट्रेन नेटवर्क है. चीन के केंद्रीय हेनान प्रांत में झेंगझाउ को पूर्वी जियांगसु प्रांत के शूझौ से जोड़ने वाली तीव्र गति की रेल का संचालन आज से शुरू हो गया. नयी लाइन पर संचालन शुरू होने से अब चीन की तीव्र गति की रेलवे लाइन की कुल लंबाई 20,000 किमी से ज्यादा हो गई है और यह तीव्र गति की दुनिया की सबसे लंबी रेलवे लाइन बन गई है.
पश्चिम में 360 किमी की तीव्र गति की रेलवे लाइन उत्तर-दक्षिण की दो प्रमुख लाइनों से जुड़ती है जिससे पश्चिम और पूर्व के बीच यात्रा समय कम हो जाता है. इस लाइन में नौ स्टेशन हैं और शुरुआती दौर में रेल 300 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. इस लाइन का निर्माण दिसंबर 2012 में शुरू हुआ था. प्रायोगिक परिचालन अप्रैल 2016 में शुरू हुआ था.
चीन, भारत समेत अन्य देशों के बाजारों में अपने बुलेट ट्रेन नेटवर्क को उतारने के लिए जापान से प्रतिस्पर्धा कर रहा है. मुंबई-अहमदाबाद तीव्र गति की ट्रेन के निर्माण का अनुबंध जापान को मिल चुका है जबकि चीन चेन्नई से नयी दिल्ली के बीच बुलेट ट्रेन के परिचालन की व्यवहार्यता पर काम कर रहा है.